नोएडा के बाद बरेका में 1.20 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्केटिंग रिंक बनेगा। जिससे 200 मीटर लंबे फूल पैराबोलिक रिंक पर फ्लड लाइट में मैच होंगे।
नोएडा के बाद पूर्वांचल का पहला फुल पैराबोलिक सिंथेटिक रिंक बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) परिसर में बनेगा। बरेका प्रशासन ने एक करोड़ 20 लाख रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद सिंथेटिक रिंक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सिविल विभाग टेंडर की प्रक्रिया में जुट गया है। ओलंपिक साइज के सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण बरेका फुटबॉल मैदान के पास होगा। आठ मीटर चौड़ा रिंक फुल पैराबोलिक होगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता होगी।
मैदान पर खिलाड़ियों की सुविधा के लिए चेंजिंग रूम के अलावा शौचालय का निर्माण भी होगा। रिंक के चारों ओर ऊंची दीवार बनाई जाएगी। रात में मैच के लिए चार फ्लड लाइट पोल लगाए जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर प्रस्तावित रिंक पर स्केटिंग, हॉकी समेत पांच खेल होंगे।
अंतरराष्ट्रीय मुकाबले फूल पैराबोलिक रिंक पर होते हैं। रिंक में कर्व (मोड़) का बाहरी हिस्सा ऊंचा और केंद्र की ओर झुका होता है। इससे स्केटिंग करते तेजी से आ रहे खिलाड़ी पर खिंचाव महसूस नहीं होता। वह तेजी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं।
अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त ओलंपिक साइज का सिंथेटिक रिंक बरेका में बनेगा। इससे वाराणसी के युवा खिलाड़ियों को स्केटिंग के क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। – राजेश कुमार जनसंपर्क अधिकारी बरेका