वरिष्ठ अधिवक्ता अनुज यादव व विवेक शंकर तिवारी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने मिठाई खिलाकर दी बधाई, दिल्ली हाइकोर्ट से स्टे मिलने पर वाराणसी कचहरी में जश्न का माहौल
वाराणसी। बार कौंसिल ऑफ इंडिया के को-चेयरमैन श्रीनाथ त्रिपाठी के निष्कासन मामले में दिल्ली हाइकोर्ट ने स्टे कर दिया है। इसकी जानकारी मिलने पर मंगलवार को दीवानी कचहरी परिसर वाराणसी में जश्न का माहौल रहा।
वरिष्ठ अधिवक्ता अनुज यादव एवं विवेक शंकर तिवारी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने बीसीआई के को-चेयरमैन श्रीनाथ त्रिपाठी के चौकी पर पहुंचकर अधिवक्ता हित की लड़ाई में मिली इस बड़ी जीत के लिए उन्हें बधाई दी। इस दौरान अनुज यादव ने श्रीनाथ त्रिपाठी को मिठाई खिलाकर उन्हें उनके इस जीत के लिए शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर बनारस बार के पूर्व उपाध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता फौजदारी अनुज यादव ने कहा कि श्रीनाथ त्रिपाठी सदैव अधिवक्ता हित के लिए लड़ते रहे हैं। उन्हें जिस प्रकार मनमाने ढंग से निष्कासित किया गया था, वह निर्णय पूर्णतया अव्यवहारिक था।
दिल्ली हाइकोर्ट ने भी इस निर्णय को सही न मानते हुए बीसीआई के को-चेयरमैन के आवेदन पर सुनवाई करते हुए उक्त निर्णय पर रोक लगा दी। जो अधिवक्ताओं की लड़ाई लड़ने वालों की बड़ी जीत है।
वहीं सेंट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष विवेक शंकर तिवारी ने कहा कि यह न्याय की जीत है। जिस प्रकार हमारे अधिवक्ता समाज के अगुवा के साथ अन्याय हुआ था, उसे दिल्ली हाइकोर्ट ने भी गलत मानते हुए उस निर्णय पर स्टे कर दिया। यह अधिवक्ता हित की लड़ाई लड़ने वाले श्रीनाथ त्रिपाठी जी की बड़ी जीत है।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता अनुज यादव, विवेक शंकर तिवारी, विशाल सिंह, डीएन यादव, विनीत सिंह, नरेश यादव, यशपाल यादव, अनुराग द्विवेदी, नितेश सिंह, प्रतीश राय, राकेश तिवारी, मुकेश सिंह, संदीप यादव, रवि तिवारी, चंद्रेश यादव, योगेंद्र सिंह प्रदीप, सतीश यादव, धनंजय यादव, कृष्ण कुमार पटेल पाजी, धीरेन्द्र प्रताप सिंह, धर्मेंद्र यादव, मनोज तिवारी,चंद्रबली पटेल, अजय पाल समेत सैकड़ों अधिवक्तागण शामिल रहे।