उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के तबादलों में एक अजीब मामला सामने आया है। लेखाकार चारुल पांडेय, जिनकी दो साल पहले मृत्यु हो चुकी है, उनका प्रयागराज से फतेहपुर तबादला कर दिया गया है। आंतरिक लेखा निदेशालय के जिम्मेदारों पर सवाल उठ रहे हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में तबादलों का सिलसिला जारी है। आबकारी, शिक्षा और लेखाकार समेत तमाम पदों का तबादला किया जा रहा है। इसी क्रम में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। तबादलों के क्रम में लेखाकार चारुल पांडेय का भी तबादला कर दिया गया है। चारुल पांडेय का स्थानांतरण प्रयागराज से फतेहपुर किया गया है। जबकि चारुल पांडेय की मौत दो साल पहले हो चुकी है। ऐसे में आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशालय के जिम्मेदारों पर सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल, इस संबंध में एक पत्र सामने आया है। जिसमें बताया गया कि चारुल पांडेय, जो कि प्रयागराज में असिस्टेंट कंट्रोलर लीगल मेट्रोलॉजी डिवीजन के पद पर कार्यरत है। उनका तबादला AO बेसिक शिक्षा फतेहपुर में कर दिया गया था। यह आदेश निदेशक साधना श्रीवास्तव के हस्ताक्षर से जारी किया गया है।
इसे मानव संपदा पोर्टल के जरिये तैयार होना बताया गया है। पत्र के जरिये बताया गया कि 15 जून को लिखित रूप से रात 9.22 बजे व्हाट्सएप के जरिये बताया गया कि चारुल पांडेय का स्वर्गवास हो चुका है। ऐसे में उनका तबादले को विलोपित व शून्य समझा जाये।
अब यह मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ता जा रहा है और लोग कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं। आशुतोष शुक्ला नाम के यूजर ने लिखा कि क्या विभाग को इतना भी नहीं पता होता कि उसका कौन सा अधिकारी कर्मचारी दुनिया में नहीं रहा। दिनेश शुक्ला नाम के यूजर ने सवाल करते हुए लिखा कि चारुल पांडेय का निधन 2 साल पूर्व ही हो चुका है।
अब सवाल यह है कि ट्रांसफर ऑर्डर चारुल पांडेय को देने कौन जाएगा? और उससे बड़ा प्रश्न कि डाक लेकर जाने वाला वापस कैसे आएगा? एहतेशाम सिद्दीकी ने लिखा कि यूपी में तबादलों से जुड़ी बड़ी खबर, स्वर्ग में भेज दिया ट्रांसफर आर्डर।
उधर ममता त्रिपाठी नाम की यूजर ने लिखा कि यूं ही नहीं इसे उल्टा पुल्टा प्रदेश कहते हैं। जिन लेखाकार चारूल पांडे की मृत्यु 2 साल पहले ही हो चुकी है, उनका ट्रांसफर विभाग ने प्रयागराज से फतेहपुर कर दिया। जय हो जय जय कार हो प्रभु आपकी। वरिष्ठ पत्रकार नवल कांत सिन्हा ने भी तंज कसते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नवल कांत सिन्हा ने लिखा कि यूपी लेखाकारों के स्थानांतरण के क्रम में चारुल पांडेय का स्थानांतरण प्रयागराज से फतेहपुर कर दिया गया है। अब समस्या है कि उन्हें सूचना कैसे दी जाए? क्योंकि चारुल पांडेय का निधन 2 वर्ष पूर्व ही हो चुका है। आंतरिक लेखा निदेशालय की निदेशक साधना श्रीवास्तव जी को सलाम।