एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या के मामले में हुई गैंगस्टर की कार्रवाई

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थाना प्रभारी भेलूपुर सुधीर त्रिपाठी ने आरोपियो पर किया गैंगस्टर की कार्रवाई


वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके में सात माह पूर्व एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर शहर को दहला देने वाले इस हत्याकांड के सात माह बाद पुलिस ने मामले में शामिल दोनों आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। इस सामूहिक हत्याकांड को अंजाम देने वाले मृतकों के भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की और प्रशांत गुप्ता उर्फ जुगनू ने अपने चाचा के पूरे परिवार की गोली मार कर हत्या कर दी थी।

वर्तमान समय में दोनों आरोपी जेल में बंद हैं। वहीं थाना भेलूपुर की पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम में मृतकों को करीब 15 गोलियां मारी गई थी। जिसमें 56 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद गुप्ता का अर्ध नग्न शव उनके रोहनिया के मीरापुर रामपुर स्थित निर्माणाधीन भवन से पुलिस ने बरामद कियर था। जहां उन्हें तीन गोलियां मारी गई थी। मृतक की पत्नी नीतू, पुत्रों नवेन्द्र व सुवेन्द्र और पुत्री गौरांगी के शव मकान के ही अलग-अलग स्थानों पर पाये गये थे।

सभी की कनपटी और सीने में नजदीक से गोली मारी गई थी। घटना की जानकारी तब हुई, जब घर में काम करने वाली महिला रीता देवी रोजाना की तरह पहुंची, लेकिन दरवाजा नहीं खुलने पर जब उसने धक्का देकर खोला तो अंदर का नजारा देखकर सन्न रह गयी थी, जहां अन्दर फर्श पर नीतू खून से लथपथ पड़ी थी, ऊपर के फ्लोर पर जाकर देखा तो बेटा नवेन्द्र और बेटी गौरांगी भी मृत अवस्था में पड़े थे।

जबकि सुरेन्द्र का शव बाथरूम में पाया गया। पुलिस को घटनास्थल से .32 बोर की पिस्टल के खोखे भी मिले थे, जिससे यह स्पष्ट हुआ था कि सभी हत्याएं एक ही हथियार से की गई थी। इसके बाद सर्विलांस की मदद से पुलिस ने राजेंद्र गुप्ता की लोकेशन ट्रेस की गई जो रोहनिया के मीरापुर रामपुर गांव में मिली। जब पुलिस वहां पहुंची तो उन्हें राजेंद्र का शव मच्छरदानी लगे बिस्तर पर अर्धनग्न अवस्था में पड़ा मिला।

बताते चले कि राजेंद्र गुप्ता का भदैनी मे पांच मंजिला मकान है, जिसमें वह अपनी मां शारदा देवी दूसरी पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। घर के बाकी हिस्सों और टिन शेड में करीब 40 किराएदार रहते हैं। राजेंद्र पर पूर्व में अपने ही पिता, छोटे भाई, उसकी पत्नी और एक चौकीदार की हत्या का भी आरोप लगा था।

अब जब पुलिस जांच के बाद हत्यारों की पहचान हो चुकी है और वह फरवरी से जेल में बन्द हैं तो प्रभारी निरीक्षक भेलूपुर सुधीर त्रिपाठी की तहरीर पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही की गई। जिससे आगे इन अपराधियों की जमानत निरस्तीकरण और संपत्ति जब्ती जैसे कार्रवाई संभव हो सकें।

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