इस सीईओ ने कहा- यूपीआई अब केवल तकनीक नहीं, आदत बन गई है

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फाउंडेशन फॉर इंटरऑपरेबिलिटी इन डिजिटल इकॉनमी (FIDE) के सीईओ और को-फाउंडर सुजीत नायर ने शुक्रवार को कहा कि यूपीआई (UPI) अब केवल एक तकनीक नहीं रह गई है, बल्कि यह भारत में जनसंख्या के स्तर पर अपनाई जाने वाली एक आदत बन चुकी है।

एएनआई से बातचीत में उन्होंने कहा- “यूपीआई अब टेक्नोलॉजी नहीं है, यह एक जनसंख्या-स्तरीय आदत बन चुकी है। करीब 50 करोड़ लोग डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) और यूपीआई को अपने जीवन का हिस्सा बना चुके हैं। यह सोचने का नया तरीका है कि कैसे एक बड़ी आबादी, खासकर वे लोग जिन्हें औपचारिक अर्थव्यवस्था में प्रवेश नहीं मिला, उन्हें सरकार, निजी क्षेत्र और पब्लिक सेक्टर के साथ जोड़कर, सेवाएं और अवसर उपलब्ध कराए जाएं।”

ONDC का जिक्र करते हुए क्या बोले नायर? – सुजीत नायर ने ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) को लेकर कहा कि यह डिजिटल प्लेटफॉर्म नहीं बल्कि एक विकेन्द्रित ई-कॉमर्स नेटवर्क है, जो दुकानदारों और ड्राइवरों जैसे छोटे कारोबारियों को ज्यादा अधिकार, भागीदारी और स्वतंत्रता दे रहा है।

उनके मुताबिक, “ONDC के जरिए दुकानदार और ड्राइवर अब किसी भी बड़े प्लेटफॉर्म पर निर्भर हुए बिना अपने नियमों और शर्तों पर डिजिटल इकोनॉमी में भाग ले सकते हैं। यह नेटवर्क उन्हें न सिर्फ अपने उत्पाद बेचने का अवसर देता है बल्कि लोन, इंश्योरेंस जैसे वित्तीय उत्पादों तक भी आसान पहुंच दिलाने में मदद करता है।”

यूपीआई डाउन – बता दें कि आज 15 दिनों तीसरी बार यूपीआई की सर्विस पूरे देश में ठप पड़ी जिससे लाखों लोग परेशान हुए। कई लोग तो बाजार और दुकान पर ही फंस गए, क्योंकि उनके पास कैश नहीं था। इस अचानक आई खराबी ने PhonePe, Google Pay और Paytm जैसे लोकप्रिय एप्स के जरिए लेन-देन करने वाले लोगों और व्यापारियों दोनों को बुरी तरह प्रभावित किया। यूपीआई डाउन होने के बाद सोशल मीडिया पर खूब मीम्स बन रहे हैं। यूजर्स कह रहे हैं कि कैश लेकर चलना होगा रे बाबा, ये यूपीआई किसी दिन फंसा देगा। एक यूजर ने कहा है कि यूपीआई के चक्कर में किसी दिन होटल में बर्तन भी धोना पड़ेगा।

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