UP Crime: चोरी का खुलासा करने के लिये चौक पुलिस अग्रसर, पुलिस के हाथ लगे अहम सुराग
UP Crime: वाराणसी। दिनांक 23/02/2023 को भुक्तभोगी शाकिब अली पुत्र रहमत अली निवासी यूएच/1 गंगा नगर कालोनी थाना आदमपुर हाल पता सोनू बिल्डर कटरा दुकान नंबर 1 हडहा सराय थाना चौक कमिश्नरेट वाराणसी के द्वारा थाना स्थानीय पर एक लिखित तहरीर के साथ उपस्थित हुये और बताये की बीते दिनांक 22/02/2023 को प्रतिदिन की भांति अपनी दुकान बंद करके घर को रवाना हुए थे कि आज सुबह मकान मालिक का फोन भुक्तभोगी को आया कि तुम्हारी एवं अन्य दुकानदारों जिनमें मोइनुद्दीन, गोपाल वर्मा एवं शीबू खान की दुकान का शटर खुला हुआ है।
सूचना पाकर सभी दुकानदार अपनी दुकान पर पहुंचे और अपनी दुकान का निरीक्षण किये तो पता चला कि प्रार्थी की दुकान से लगभग 20,000 तथा मोइनुद्दीन की दुकान से लगभग 20,000-25,000 हजार रुपए गायब थे और अन्य दुकानदारों की दुकान का सामान बिखरा हुआ था, कुछ गायब नहीं हुआ था।
जिसमें प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना स्थानीय पर मुअसं. 014/2023 धारा 457, 380 आईपीसी थाना चौक वाराणसी बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। जिसकी विवेचना चौकी प्रभारी पियरी द्वारा की जा रही है।
दुकान एवं कटरे तथा आस पास के सीसीटीवी कैमरों का जांच पड़ताल किया जा रहा है, तथा अन्य संदिग्ध प्रतीत लगने वाले व्यक्तियों का भी पता लगाया जा रहा है, और लगातार पूछताछ की जा रही है। जिसमें जल्द ही अपराधी का पता लगाकर चोरी गये माल की बरामदगी एवं अभियुक्त की गिरफ्तारी की जायेगी।
वहीं सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो थाना चौक की पुलिस के द्वारा यदि सही तरीके से इस मामले की जांच पड़ताल की जाये तो उक्त घटना को अंजाम देने वाले शातिर चोरों के साथ ही उनके संरक्षणदाताओं का भी असली चेहरा प्रशासन व आम जनता के बीच आ जायेगा।
वैसे सूत्रों का कहना है कि कथित रूप से अपने आपको पत्रकार बताने वाले व्यक्ति के द्वारा चोरी की घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल कर घटना में शामिल शातिर चोर की जो शिनाख्त बतायी जा रही है, और यदि इस सीसीटीवी फुटेज में शामिल व्यक्ति ने यदि उक्त चोरी की घटना को अंजाम दिया है तो उसे अपने आपको पत्रकार बताने वाले एक तथाकथित बहरूपिये व दालमण्डी के रहने वाले तथा अपने आपको भाजपा का नेता बताने वाले व एनआरसी सहित कई अन्य मामलों के आरोपी का संरक्षण भी उक्त शातिर चोर को प्राप्त है।
जिसे इसी बहरूपिये भाजपा नेता व तथाकथित पत्रकार के द्वारा पूर्व में भी एक चोरी की घटना में शामिल होने पर बचाया गया था। अब यह तो पुलिस की जांच का विषय है कि पुलिस की जांच में क्या तथ्य प्रकाश में आते है।