मोरबी हादसा: NDRF-SDRF टीम के पहुंचने से पहले इन्होंने बचाई कई लोगों की जान..
ये हादसा रविवार शाम को हुआ था, जब लोग छठ मना रहे थे. मिली जानकारी के मुताबिक, केबल पुल पर सैकड़ों लोग मौजूद थे और अचानक ये पुल टूट गया। हादसे में अब तक 45 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गांधीनगर। गुजरात के मोरबी में हुए ब्रिज हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ते हुए 142 हो गई है. रेस्क्यू टीम ने अभी तक 170 लोगों को बचा लिया है। मंगलवार सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा।
इस हादसे में कई लोगों ने सूझबूझ दिखाते हुए रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले कई जानें बचा ली हैं। जिग्नेश लाल जी भाई ऐसे ही एक शख्स हैं।
आर्मी ज्वॉइन करने की तैयारी कर रहे युवाओं को फ्री में फिजिकल फिटनेस की ट्रेनिंग देने वाले जिग्नेश भाई ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के पहुंचने से पहले कम से कम 90 लोगों को बचा लिया। इनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
बातचीत में जिग्नेश लाल जी भाई ने हादसे के बारे में कई बातें बताई। उन्होंने कहा, रविवार शाम को वो लड़कों को दौड़ाकर लौट रहे थे. तभी उन्होंने पुल को टूटते देखा। जब तक वो पुल के पास पहुंचते... ये आधा टूट चुका था।
बकौल जिग्नेश, 'मैंने अपने लड़कों को बोला जितना तेज दौड़ सकते हो दौड़ो और पुल पर मदद के लिए पहुंचो। जो लड़के तैरना जानते थे। उनको मैंने नदी में कूदकर लोगों को बचाने के लिए कहा। जो तैर नहीं सकते थे उन्हें रस्सी के सहारे लोगों को बचाने की हिदायद दी गई।
मैं और कुछ लड़के टूटे ब्रिज से रस्सी के सहारे नीचे गए। अब तक हमारी टीम ने 90 लोगों को बचा लिया है। इसमें बच्चे और महिलाएं ज्यादा शामिल हैं। पुरुषों के लिए हमने रस्सियां फेंकी, ताकि उसके सहारे वो किनारे आ सके।'
वहीं, इस हादसे का गवाह बनी एक महिला हसीना भेन उस दर्दनाक मंजर को बयान करते हुए कहा कि मुझे पता ही नहीं चला की सुबह कब हुई। मैं और मेरा परिवार पूरी रात लोगों को अस्पताल पहुंचाने में लगे रहे।
हमने अपने दोनों वाहनों से लोगों को अस्पताल पहुंचाया। पूरा परिवार लोगों की मदद करने में लगा रहा। हसीना ने कहा, 'जब मृत बच्चों के शव मैंने अपने हाथों से उठाए तो मेरे हाथ कांप रहे थे।
मैं उन्हें अस्पातल ले जाने का सोच रही थी, लेकिन उनमें कुछ नहीं बचा था। इस हादसे ने मुझे तोड़ दिया है। मैं इससे ज्यादा नहीं बोल सकती।' और बोलते-बोलते हसीना की आंखों में फिर से आंसू आ गए।
ये हादसा रविवार शाम को हुआ था, जब लोग छठ मना रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक, केबल पुल पर सैकड़ों लोग मौजूद थे और अचानक ये पुल टूट गया।
हादसे में अब तक 45 बच्चों की मौत हो चुकी है। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मोरबी पुल हादसे में मृतकों के लिए 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया। गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, राज्य में सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई समारोह/मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राजभवन, गांधीनगर में मोरबी में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
प्रधानमंत्री ने मोरबी में हुई दुर्घटना के बाद से जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी मंगलवार को गुजरात का दौरा करेंगे।