Electro Homeopathic Medicine: होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों का मिश्रण है एलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिसिन : डा. ए. बशर
Electro Homeopathic Medicine: वाराणसी। एलेक्ट्रो होम्योपैथिक मेडिसिन एक वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली है, जिसे 19वीं सदी में इतालवी चिकित्सक काउंट सेजर मैट्टी ने विकसित किया था। इसका आधार प्राकृतिक वनस्पतियों और पौधों के तत्वों से तैयार की गई औषधियों पर है। यह प्रणाली होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों का मिश्रण है।
जिसकी मुख्य विशेषताएंः 1. प्राकृतिक चिकित्सा: यह औषधियां पौधों और प्राकृतिक अर्क से बनाई जाती हैं, जिनमें शरीर की प्राकृतिक ऊर्जा और संतुलन बहाल करने की क्षमता होती है।
2. बिना साइड इफेक्ट्स: दावा किया जाता है कि इस चिकित्सा प्रणाली में कोई साइड इफेक्ट नहीं होते, क्योंकि यह केवल प्राकृतिक तत्वों का उपयोग करती है।
3. बॉडी फ्लुइड्स का संतुलन: इसका फोकस शरीर के विभिन्न द्रवों (लसीका, रक्त आदि) के संतुलन को बनाए रखना है, जिससे रोग ठीक हो सके।
4. ऊर्जा आधारित चिकित्सा: इसका नाम ‘‘एलेक्ट्रो‘‘ इसलिए है क्योंकि यह शरीर की ऊर्जा को प्रभावित कर, उसकी प्राकृतिक हीलिंग क्षमता को बढ़ाने पर जोर देती है।
5. व्यापक उपयोग: यह कई प्रकार की बीमारियों जैसे गठिया, त्वचा रोग, पाचन समस्याएं, मानसिक तनाव व जटिल से जटिल बीमारियों में उपयोगी मानी जाति है।