Lok Sabha Election 2024: जानिये कौन है वो दिग्गज, जिनका हार के बाद खत्म हो सकता है करियर! कांग्रेस सरकार में थे मंत्री
Lok Sabha Election 2024: छत्तीसगढ़ के लोकसभा नतीजे में 10-1और 9-2 ऐसे आंकड़े हैं जिनका प्रदेश से खासा नाता है। 10-1 का पुराना आंकड़ा फिर सामने है। करारी हार के बाद कई दिग्गज नेताओं का करियर खतरे में आ गया है। राज्य की 11 लोकसभा सीटों में 10 भाजपा ने अपने खाते में दर्ज कर ली हैं।
हालांकि क्लीन स्वीप के लिए भाजपा ने अहम रणनीति बनाई थी। गत विजेता 9 चेहरों में से 7 को बदलना भी इस रणनीति का हिस्सा था। पिछली बार से एक सीट ज्यादा जीत कर सुकून तो मिला होगा लेकिन क्लीन स्वीप नहीं कर पाने का मलाल भाजपाई दिग्गजों को रहेगा।
राजनांदगाव लोकसभा सीट से भूपेश बघेल को करारी हार मिली है। जबकि बघेल कांग्रेस की सरकार में मुख्यमंत्री रहे हैं। कका के नाम से छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध हैं। केंद्रीय राजनीति में दखल थी। हार के बाद उनका पक्ष कमजोर होगा। फिर भी देश और प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहेंगे।
राजनांदगाव हाई प्रोफाइल सीट से कांग्रेस ने चुनकर खास भूपेश बघेल पर भरोसा हत्या था। लेकीन, बघेल को इस सीट से करारी हार मिली। महासमुंद लोकसभा सीट से ताम्रध्वज साहू को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस को सरकार में तमराध्वज साहू गृहमंत्री थे।
लेकिन, लोकसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद इन्हें राजनीति करियर में भारी नुक्सान हुआ है। ताम्रध्वज साहू साहू समाज के बड़े नेता है। विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद समाज की राजनीति में असर पड़ेगा। संगठन में कद कम होगा। भविष्य की राजनीति पर असर पड़ेगा।
कवासी लखमा को बस्तर से करारी हार का सामना करना पड़ा। पूर्व मंत्री के नाम कभी चुनाव नहीं हारने का रिकॉर्ड था। विपरीत परिस्थिति में विधानसभा चुनाव जीतते आए थे। हार के बाद उनके बेटे के राजनीतिक जीवन पर भी असर पड़ेगा। संगठन में पकड़ कमजोर होगी।
जांजगीर-चांपा से प्रत्याशी शिवकुमार डहरिया कांग्रेस की सरकार में पूर्व मंत्री रहे हैं। समाज के बड़े नेता है। जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर उनको चुनाव में उतरा गया था। संगठन में साख कमजोर होगी। भाजपा इनकी हार का आगे भी फायदा उठाएंगी।