MP NEET girl kidnapping case Kota : लड़की ने खुद किडनैपिंग की साजिश रच मध्यप्रदेश-राजस्थान की पुलिस को छकाया
NEET girl kidnapping case KOTA : शिवपुरी (shivpuri) के स्कूल संचालक की कोटा में पढ़ने वाली बेटी की किडनैपिंग की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस की तफ्तीश में किडनैपिंग की ये पूरी घटना झूठी निकली है और इसकी मास्टर माइंड स्कूल संचालक की बेटी ही निकली है।
जिसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की झूठी साजिश रची थी और पापा को मैसेज कर 30 लाख रूपए की फिरौती भी मंगवाई थी। बता दें कि छात्रा की किडनैपिंग के इस मामले से मध्यप्रदेश के साथ ही राजस्थान में भी हड़कंप मच गया था।
खुद केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने फोन कर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा से बात की थी और उनसे कहा था कि पुलिस की सहायता से बेटी को सुरक्षित वापस उसके घर लाना है। कोटा पुलिस ने अब तक की जांच में अपहरण की कहानी झूठी मानी है।
पुलिस के मुताबिक छात्रा ने दोस्त के साथ मिलकर अपहरण और फिरौती की साजिश रची। छात्रा के अपहरण का जो वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, वे भी उसके दोस्त के इंदौर स्थित घर के हैं। छात्रा कोटा में किसी भी कोचिंग में अध्ययनरत नहीं थी।
कोटा एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया है कि छात्रा का अपहरण नहीं हुआ है। मां उसे कोटा छोड़कर गई, उसके तीन दिन बाद ही वह इंदौर चली गई और इंदौर में दोस्त के साथ रही। छात्रा व उसके दोस्त का यहां पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था।
वे विदेश में पढ़ाई करना चाह रहे थे, उसके लिए उन्हें पैसे की जरूरत थी। पैसों के लिए ही उन्होंने अपहरण की झूठी कहानी रची। एसपी ने बताया कि छात्रा अपने दोस्त के साथ इंदौर में ही रह रही थी। छात्रा के दो अन्य दोस्त पुलिस का सहयोग कर रहे हैं।
उनमें से एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि छात्रा को बंदी बनाने का जो फोटो माता-पिता को भेजा गया है वह इंदौर स्थित मकान की रसोई में ही खींचा गया था। एसपी ने बताया कि छात्रा व उसका दोस्त 17 मार्च को जयपुर गए थे।
दूसरे दिन वापस इंदौर आ गए और अभी इंदौर में ही रह रहे हैं। अभी हाल में छात्रा इंदौर में ही है, कोटा व इंदौर पुलिस छात्रा की तलाश कर रही है। एसपी ने छात्रा से अपील की है, वह जहां भी हो, तुरंत पुलिस या माता-पिता से सम्पर्क करें, पुलिस पूरी सुरक्षा देगी।
एसपी ने बताया कि 3 अगस्त 2023 को छात्रा मां के साथ कोटा आई थी। उसका कोचिंग में एडमिशन नहीं हो पाया था। मां छात्रा को एक हॉस्टल में छोड़कर उसी दिन वापस शिवपुरी चली गई थी। छात्रा 5 अगस्त को हॉस्टल छोड़कर वापस इंदौर चली गई और अभी तक इंदौर में ही दोस्त के साथ रह रही थी।