Malaysia landslide 2022 : भूस्खलन में फंसे 12 लापता लोगों की तलाश जारी, 21 की हो चुकी मौत

 
Malaysia landslide 2022: Search continues for 12 missing people trapped in landslide, 21 dead
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मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में भूस्खलन के आने के बाद से मलबे में 12 लोगों के दबे हुए है। दमकल विभाग के प्रमुख के अनुसार 16 दिसंबर को हुए भूस्खलन में फंसे 12 कैंपरों की तलाश दूसरे दिन भी जारी है।

Malaysia landslide 2022 : मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में भूस्खलन में 21 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 लोग लापता हो गए है। बता दें कि ये हादसा कुआलालंपुर के बाहरी इलाके में एक पर्यटक शिविर स्थल (कैंपसाइट) में हुआ।

अधिकारियों के मुताबिक, मलबे में 12 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। दमकल विभाग के प्रमुख के अनुसार, 16 दिसंबर को हुए भूस्खलन में फंसे 12 कैंपरों की तलाश दूसरे दिन भी जारी है। रात भर हुई भारी बारिश के कारण तलाश अभियान में कठिनाई आ रही है। बटांग काली में आए भूस्खलन से 5 बच्चों सहित कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई है।

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 16 दिसंबर की देर रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार त्रासदी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को सहायता राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, कैंपसाइट चलाने का लाइसेंस नहीं था और ऐसे स्थान में लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहने लगते हैं। बता दें कि मलेशिया में भूस्खलन आम हैं। पिछले साल सात राज्यों में मूसलाधार बारिश से लगभग 21,000 लोग विस्थापित हुए थे।

बचाव विभाग के अनुसार, भूस्खलन में 94 लोग फंसे हुए थे, जिसमें से 61 को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि 12 अभी भी लापता हैं। सेलांगोर राज्य के अग्निशमन और बचाव विभाग के प्रमुख नोराजम खामिस ने कहा कि भारी बारिश के कारण खोज और बचाव अभियान रात भर रोक दिया गया था।

आज यानी शनिवार को लगभग 8.30 बजे फिर से शुरू किया गया। उन्होंने कहा, हमें सावधान रहना होगा क्योंकि ऊपर से मिट्टी में तेज पानी का बहाव है, इससे तलाशी अभियान जटिल हो जा रहा है।

लापता 12 लोगों के ऑक्सीजन की कमी और मिट्टी के वजन से बचने की संभावना कम जताई जा रही है। एक प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लगभग 450,000 घन मीटर मिट्टी जमीन की ओर ढह गया था।

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 16 दिसंबर की देर रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार त्रासदी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को सहायता राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, कैंपसाइट चलाने का लाइसेंस नहीं था और ऐसे स्थान में लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहने लगते हैं। बता दें कि मलेशिया में भूस्खलन आम हैं। पिछले साल सात राज्यों में मूसलाधार बारिश से लगभग 21,000 लोग विस्थापित हुए थे।

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 16 दिसंबर की देर रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार त्रासदी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को सहायता राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, कैंपसाइट चलाने का लाइसेंस नहीं था और ऐसे स्थान में लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहने लगते हैं।

बता दें कि मलेशिया में भूस्खलन आम हैं। पिछले साल सात राज्यों में मूसलाधार बारिश से लगभग 21,000 लोग विस्थापित हुए थे।

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 16 दिसंबर की देर रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार त्रासदी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को सहायता राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, कैंपसाइट चलाने का लाइसेंस नहीं था और ऐसे स्थान में लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहने लगते हैं। बता दें कि मलेशिया में भूस्खलन आम हैं। पिछले साल सात राज्यों में मूसलाधार बारिश से लगभग 21,000 लोग विस्थापित हुए थे।

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने 16 दिसंबर की देर रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार त्रासदी में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिवारों को सहायता राशि प्रदान करेगी। अधिकारियों ने स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि, कैंपसाइट चलाने का लाइसेंस नहीं था और ऐसे स्थान में लोग समय बिताने के लिए तंबू लगाकर रहने लगते हैं। बता दें कि मलेशिया में भूस्खलन आम हैं। पिछले साल सात राज्यों में मूसलाधार बारिश से लगभग 21,000 लोग विस्थापित हुए थे।