Mission Imran Arrest: दागे गए आंसू गैस के गोले, इमरान खान की समर्थकों से अपील - लड़ाई जारी रखें
Mission Imran Arrest: इस्लामाबाद पुलिस पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को गिरफ्तार करने के लिए उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंच गई है। डॉन ने बताया कि लाहौर के ज़मान पार्क में खान के आवास के बाहर बख्तरबंद गाड़ियाँ तैनात हैं। एक वीडियो संदेश में इमरान खान ने अपने समर्थकों से पाकिस्तान में तानाशाही व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का आग्रह किया।
इमरान खान ने एक बार फिर समर्थकों के नाम सोशल मीडिया पर अपील जारी की। उन्होंने कहा कि आपके नेता की जान को खतरा है। हमें एकजुट रहना है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर कहा- जल्द से जल्द खान साहब के लाहौर में जमान पार्क वाले घर पहुंचें।
पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक भी उनके आवास के बाहर जमा हैं। झड़पों की खबरें हैं, पुलिस ने उन पर पथराव कर रहे पीटीआई कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। डॉन ने इस्लामाबाद के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) (ऑपरेशंस) शहजाद बुखारी के हवाले से कहा कि इमरान खान की गिरफ्तारी का वारंट बाकी है।
कल, इस्लामाबाद की एक जिला और सत्र अदालत ने तोशखाना मामले में सुनवाई से चूकने के बाद फिर से गिरफ्तारी वारंट जारी किया - एक ऐतिहासिक फैसला जिसमें पाकिस्तान के चुनाव पैनल ने उन्हें 5 साल के लिए सार्वजनिक पद संभालने से अयोग्य घोषित कर दिया।
इमरान खान के घर के अंदर भारी मात्रा में आंसू गैस के गोले दागे गए। लाहौर के जमां पार्क इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इमरान खान का घर इसी इलाके में मौजूद है, जहां भारी संख्या में उनके समर्थक इकट्ठा हैं। वहां पीटीआई चीफ को गिरफ्तार करने आई पुलिस के साथ उनकी भारी झड़प भी हुई, जिसमें पुलिसकर्मियों के साथ-साथ कई लोगों के घायल होने की खबर है। इस कारण से लाहौर के सारे अस्पतालों को इमरजेंसी पर रखा गया है।
बताते चले कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान तोशाखाना मामले में गिरफ्तार हो सकते हैं। लाहौर में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष (पीटीआई) इमरान के आवास के बाहर बख्तरबंद पुलिस वाहन पहुंच चुके हैं। इस बीच इस्लामाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के इरादे से वहां पहुंची है। पीटीआई कार्यकर्ता इमरान खान के आवास के बाहर इकट्ठा होने लगे हैं।
इससे पहले इस्लामाबाद की एक कोर्ट ने पिछले साल यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए एक महिला मजिस्ट्रेट को धमकी देने के मामले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ जारी गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट पर मंगलवार को 16 मार्च तक रोक लगा दी। अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश जेबा चौधरी और इस्लामाबाद पुलिस अधिकारियों के खिलाफ धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल करने के लिए सोमवार को गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था।
तोशाखाना मामले में इमरान खान के खिलाफ गैर-जामनती गिरफ्तारी वारंट जारी होने के एक दिन बाद पुलिस उनके घर पहुंची है। पुलिस ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष के घर की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अवरुद्ध कर दिया है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। इमरान के समर्थक भी भारी संख्या में आवास के बाहर एकत्र हुए हैं। पुलिस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। पुलिस ने उन पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने देश के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया। उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार छोड़ी। समर्थकों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। पथराव के चलते पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे इस्लामाबाद के उप महानिरीक्षक (अभियान) शहजाद बुखारी घायल हो गए। झड़पों में इमरान खान के समर्थक और पुलिसकर्मी दोनों घायल हुए हैं।
पीटीआई के वरिष्ठ नेता फारुख हबीब ने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, इमरान खान फर्जी मामलों में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे। हबीब ने कहा कि महिला न्यायाधीश को धमकाने से संबंधित मामले में गिरफ्तारी वारंट को इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने आज निलंबित कर दिया। देखते हैं कि पुलिस अब क्या नया वारंट लेकर आई है।
इमरान खान के कहा कि पुलिस मुझे गिरफ्तार करने आ गई है। मैं जनता की जंग लड़ रहा हूं। मुझे कुछ हो भी जाए तो ये जंग रुकने वाली नहीं है। इमरान ने एक मिनट 12 सेकंड का वीडियो जारी कर यह बात कही है।
इमरान खान ने वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से घरों से निकलने का आग्रह किया। इमरान ने कहा कि सरकार को लगता है कि मेरी गिरफ्तारी के बाद देश सो जाएगा। आपको उन्हें गलत साबित करना होगा।
अगर मुझे कुछ हो जाता है और मुझे जेल भेज दिया जाता है या मुझे मार दिया जाता है, तो आपको यह साबित करना होगा कि आप इमरान खान के बिना भी संघर्ष करेंगे तथा इन चोरों और देश के लिए निर्णय लेने वाले एक व्यक्ति की गुलामी स्वीकार नहीं करेंगे।
इमरान खान के खिलाफ सोमवार को दो मामलों में गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे। तोशाखाना मामले में कोर्ट के सामने पेश नहीं होने और पिछले साल एक जनसभा के दौरान महिला न्यायाधीश को कथित तौर पर धमकी देने के मामले में यह गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए थे।
तोशाखाना मामले की सुनवाई कर रहे इस्लामाबाद की जिला एवं सत्र अदालत के न्यायाधीश जफर इकबाल और न्यायाधीश को धमकी देने के मामले में वरिष्ठ दीवानी न्यायाधीश राणा मुजाहिद रहीम ने पुलिस को पूर्व प्रधानमंत्री को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने को कहा था। कोर्ट ने तोशाखाना मामले में उन्हें 18 मार्च और जज को धमकी देने के मामले में इमरान को 21 मार्च को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया था।
क्या है तोशाखाना मामला?
- दरअसल, पाकिस्तान के कानून के अनुसार किसी विदेशी राज्य के गणमान्य व्यक्तियों से प्राप्त कोई भी उपहार स्टेट डिपॉजिटरी यानी तोशाखाना में रखना होता है। अगर राज्य का मुखिया उपहार को अपने पास रखना चाहता है तो उसके लिए उसे इसके मूल्य के बराबर राशि का भुगतान करना होगा। यह एक नीलामी की प्रक्रिया के जरिए तय किया जाता है। ये उपहार या तो तोशाखाना में जमा रहते हैं या नीलाम किए जा सकते हैं और इसके माध्यम से अर्जित धन को राष्ट्रीय खजाने में जमा किया जाता है।
- कहानी इमरान के प्रधानमंत्री रहते हुए शुरू हुई थी। 2018 में सत्ता में आए इमरान खान को आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ रुपये के 58 उपहार मिले थे। इन महंगे उपहारों को तोशाखाना में जमा किया गया था। बाद में इमरान खान ने इन्हें तोशखाने से सस्ते दाम पर खरीद लिया और फिर महंगे दाम पर बाजार में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया के लिए उन्होंने सरकारी कानून में बदलाव भी किए।
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इमरान ने 2.15 करोड़ रुपये में इन गिफ्ट्स को तोशखाने से खरीदा था और इन्हें बेचकर 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया। इन गिफ्टस में एक ग्राफ घड़ी, कफलिंक का एक जोड़ा, एक महंगा पेन, एक अंगूठी और चार रोलेक्स घड़ियां भी थीं।