जिस जुआड़ी को भेजा जेल, उसी से लिया सम्मान
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर तो दोनों दरोगा सस्पेंड
कानपुर कमिश्नरेट के बर्रा थाने में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर गीता सिंह और सब इंस्पेक्टर भूप सिंह को एक कार्यक्रम के दौरान शातिर जुआरी संदीप पाल ने मंच पर सम्मानित किया था, जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया.
चोर पुलिस की यारी के किस्से बॉलीवुड की फिल्मों में बहुत देखे होंगे, लेकिन कानपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जो इन फिल्मों से भी दो कदम आगे है।
यूं तो किसी को सम्मानित किए जाने की तस्वीर तो गर्व का लम्हा पैदा करती है, लेकिन कानपुर के पुलिसकर्मियों के सम्मानित होने की एक तस्वीर ने सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानपुर के बर्रा में एक जुआरी द्वारा दो सब इंस्पेक्टर्स को सम्मानित किए जाने की फोटो वायरल हो रही है। मामला गरमाने के बाद अधिकारियों ने दोनों दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक कानपुर कमिश्नरेट के बर्रा थाने में तैनात महिला सब इंस्पेक्टर गीता सिंह और सब इंस्पेक्टर भूप सिंह को एक कार्यक्रम के दौरान शातिर जुआरी संदीप पाल ने मंच पर सम्मानित किया था, जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
अपराधियों से पुलिस के गठजोड़ की चर्चाएं शुरू हो गईं। इसके बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर ने मामले पर संज्ञान लेते हुए दोनों दरोगाओं को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
बर्रा थाने की पुलिस ने जुआखाने पर छापेमारी करते हुए आरोपी संदीप पाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. संदीप पाल पर गंभीर धाराओं में 11 मुकदमे भी दर्ज हैं। उधर डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार ने एडीसीपी अंकिता शर्मा को मामले की जांच सौंपी है।
ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि जिस अपराधी को दबिश देकर पुलिस ने गिरफ्तार किया था आखिर उसी से सम्मान कैसे करा लिया।
मीडिया से बात करते हुए जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि सभी पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी अपराधिक छवि वाले व्यक्ति के साथ कार्यक्रमों में शामिल नहीं होना है।
सूत्रों की मानें तो दक्षिण इलाके का आरोपी संदीप पाल कई जगह जुए की फड़ चलाता है, जिसमें कई सफेदपोश भी उसको संरक्षण देते हैं।
फिलहाल दोनों सभी इंस्पेक्टर्स पर कार्रवाई करते हुए अधिकारियों ने पुलिसकर्मियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि विभाग की छवि खराब करने वाले किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। समाज में खाकी को बुजुर्गों और संभ्रांत व्यक्तियों से मिलजुल कर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी है।
वहीं पुलिस ने एक बार फिर शातिर जुआरी पर शिकंजा कस दिया है और उसके ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। साथ ही एडीसीपी ने दोनों दरोगाओ समेत अन्य संदिग्ध पुलिसकर्मियों की भी जांच शुरू कर दी है।