ये कैसा स्‍कूल, जहां खुले आसमान के नीचे पढ़ने को छात्र हुये मजबूर

स्कूल की कक्षा में भरा जल निगम का पानी, फैली दुश्वारियां 
 
What kind of school is this, where students were forced to study under the open sky
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What kind of school is this, where students were forced to study under the open sky

वाराणसी। देश भर में सरकार का प्रयास सरकारी स्‍कूलों की दशा और दिशा को सुधारने का बना होने के बाद भी जिला स्‍तर पर लापरवाही का आलम ऐसा है कि बच्‍चों की स्थिति ही नहीं बल्कि संस्‍थानों के हालात भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

कुछ ऐसा ही मामला वाराणसी के एक सरकारी स्‍कूल का है जहां कक्षा में जल निगम का पानी भरा हुआ है तो बच्‍चे क्‍लास से बाहर पढ़ने को विवश हैं।  

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सरकार द्वारा बच्चों के शिक्षा को लेकर कई अभियान चलाए जा रहें लेकिन वहीं दूसरी तरफ इन सभी प्रयासों के बावजूद भी छात्र खुले आसमान में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं।

कमोवेश यही स्थिति मंडुआडीह क्षेत्र में कंदवा के प्राथमिक विद्यालय में इन दिनों कक्षा चार के बच्चे कक्षा में न पढ़ कर खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं।

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जानकारी के अनुसार कंदवा के प्राथमिक विद्यालय में जल निगम का पानी भर जाने से प्रधानाध्यापक कक्ष, बरामदा, कक्षा चार के कक्ष में पानी ही पानी नजर आ रहा है। पिछले एक सप्‍ताह से जल निगम का पानी स्‍कूल के कमरों में भरा हुआ है।

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इस बाबत प्रधानाध्यापक प्रज्ञा पाठक ने बताया कि इस बाबत जल निगम की जेई से लेकर अधिकारियों तक को सूचना दिया गया लेकिन कोई कार्य नहीं हुआ है। विद्यालय में कुल 154 बच्चे इस समय पढ़ाई कर रहे हैं।

जल निगम की पानी टंकी से से सटे प्रतिभा सिंह सचिव उर्मिला देवी मेमोरियल सोसायटी के खाली प्लाट में भी पानी भर गया है। जिसकी शिकायत इन्होंने जलनिगम की जेई मनीषा मौर्या से की लेकिन जेई ने कहा कि कार्यालय में शिकायत करिए अन्यथा चक्कर लगाते रह जायेगी कुछ नही होगा।

ऐसे में विद्यालय में पानी भरा होने की वजह से बच्‍चे कक्षा से बाहर पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं पानी भरा होने से मच्‍छर भी पनप रहे हैं जिससे बच्‍चों और अध्‍यापकों के बीमार होने की भी संभावना बढ़ गई है।