BHU: डयूटी न करने पर देना होगा जवाब, हड़ताल करने वाले 100 से ज्यादा नर्सिंग अफसरों को नोटिस
BHU: बीएचयू अस्पताल में सीसीयू में डयूटी के दौरान म़ृत नर्सिंग अफसर खेम सिंह सैनी को न्याय दिलाने की मांग को लेकर धरना, प्रदर्शन, हड़ताल करने वाले नर्सिंग अफसरों की मुश्किल बढ़ने वाली है। बीएचयू अस्पताल की उपकुलसचिव डॉ. रश्मि रंजन ने नर्सिंग अफसरों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बाल रोग विभाग सहित अन्य विभागों के 100 से अधिक नर्सिंग अफसरों से 17 सितंबर को वार्ड से लेकर ऑपरेशन थिएटर तक डयूटी न करने पर तीन दिन में जवाब देने को कहा है। इधर नोटिस मिलने के बाद नर्सिंग अफसरों की नाराजगी बढ़ गई है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन, अस्पताल प्रशासन ने किसी तरह की कार्रवाई न करने का आश्वासन दिया था, अब नोटिस दी गई।
इस पर आईएमएस निदेशक, जिला प्रशासन से अपील करेंगे। बीएचयू अस्पताल के नर्सिंग अफसर खेम सिंह सैनी की 15 सितंबर की भोर में डयूटी के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन पर डयूटी में लापरवाही का आरोप लगाते हुए 500 से अधिक नर्सिंग अफसरों ने पहले धरना, प्रदर्शन किया, इसके बाद 16 सितंबर यानी सोमवार की दोपहर से हड़ताल की घोषणा की।
इसकी सूचना भी हड़ताल से पहले अस्पताल प्रशासन को दिया था। सोमवार की दोपहर से कामकाज छोड़कर नर्सिंग अफसरों ने इमरजेंसी गेट के बाहर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर खेम सिंह सैनी को न्याय दिलाने और अस्पताल में डयूटी लगाने में नियमों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई थी।
इसमें खेम सिंह सैनी के माता-पिता, पत्नी, भाई भी बैठे रहे। बीएचयू प्रशासन की ओर से मांगे न माने जाने और हड़ताल बढ़ता देख जिला प्रशासन ने आईएमएस निदेशक प्रो.एसएन संखवार से बातचीत कर मामले का निस्तारण करवाने को कहा। एडीएम सिटी ने बीएचयू अधिकारियों से बातचीत की तो एसीएम ने हड़ताल करने वाले नर्सिंग अफसरों, मृत खेम सिंह सैनी के परिजनों से बातचीत कर न्याय का भरोसा दिलाया था।
इसमें अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों की मौजूदगी में हड़ताल करने वाले नर्सिंग अफसरों पर कोई कार्रवाई न होने का आश्वासन भी जिला प्रशासन ने दिया था। इसके बाद बीएचयू प्रशासन ने 17 सितंबर 2024 को आदेश जारी कर सवा दो साल पहले से मृत खेम सिंह सैनी को स्थायी करने का पत्र जारी किया।
उसी दिन आधी रात बाद हड़ताल खत्म कर नर्सिंग अफसर काम पर लौट आए। अब अस्पताल प्रशासन की ओर से नोटिस जारी होने के बाद नर्सिंग अफसर इससे नाराज हैं। बीएचयू अस्पताल में नर्सिंग अफसर बाबू लाल यादव का कहना है कि उन लोगों ने अपने साथी को न्याय दिलाने के साथ ही अपनी डयूटी व्यवस्था में नियमों का पालन करने की मांग अस्पताल प्रशासन से की थी।
तीन दिन तक चले विरोध, प्रदर्शन में इमरजेंसी पर बातचीत करने आए जिला प्रशासन की ओर से अधिकारी के साथ ही इमरजेंसी के बाहर धरना स्थल पर कई बार बातचीत करने आई उपकुलसचिव डॉ. रश्मि रंजन और प्रॉक्टरोयिल बोर्ड के सदस्यों ने भी कोई कार्रवाई न होने का आश्वासन दिया था।
इसके बाद भी नोटिस जारी कर परेशान किया जा रहा है। पूरी प्रक्रिया से जिला प्रशासन, आईएमएस निदेशक से मिलकर अपील करेंगे। अगर न्याय नहीं मिला तो मजबूर होकर न्याय के लिए फिर सामूहिक आंदोलन किया जाएगा।