Chitrakoot: विधायक अब्बास अंसारी से जेल में मिलने गई पत्नी निखत गिरफ्तार
Chitrakoot: चित्रकूट के रगौली जिला जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को जेल से बाहर ले जाने की साजिश रचने में पत्नी निखत अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। निखत शुक्रवार को बंदी मुलाकाती रजिस्टर में नाम दर्ज कराए बिना अपने पति अब्बास से मिलने जेल पहुंची थीं।
बताते चलें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अब्बास अंसारी जिला जेल रगौली में लगभग दो माह से निरुद्ध हैं। शुक्रवार को जिला जेल में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद व पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला द्वारा छापेमारी की गई थी। जिसमें अब्बास से मिलने आईं निखत की तलाशी में मोबाइल समेत कुछ आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुईं। तलाशी के दौरान निखत ने पुलिस टीम को देख लेने और परिणाम भुगतने की धमकी भी दी। जिसके बाद महिला सिपाहियों द्वारा निखत को जेल के बाहर से हिरासत में ले लिया गया था।
इस मामले में रगौली चौकी प्रभारी श्याम देव सिंह द्वारा कर्वी कोतवाली में जेल अधीक्षक अशोक सागर, डिप्टी जेलर, एक सिपाही, अब्बास की पत्नी निखत और उनके ड्राइवर समेत पांच लोगों के खिलाफ धारा 387, 222, 186, 506, 201, 120B समेत अन्य कई गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस को अब्बास अंसारी की पत्नी के पास से सऊदी अरब की कुछ मुद्राएं भी मिले हैं।
ज्ञात हो कि कुख्यात मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी जेल से ही खौफ और रंगदारी का साम्राज्य चला रहा है। पुलिस की खुफिया रिपोर्ट के बाद चित्रकूट के डीएम और एसएसपी ने शुक्रवार देर रात चित्रकूट जेल में छापा मारा तो यह सनसनीखेज मामला सामने आया।
जेल परिसर स्थित एक कमरे में ही अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो मौजूद मिली। जांच पड़ताल के दौरान सामने आया कि अब्बास अंसारी निखत वनों के मोबाइल से अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों के गवाहों और अभियोजन से जुड़े अफसरों को धमका तथा इसके अलावा वह रंगदारी का कारोबार भी चला रहा था।
पुलिस ने निखत बानो को गिरफ्तार करने के साथ उसके समेत अब्बास अंसारी, जेल अधीक्षक, उप जेल अधीक्षक और दो आरक्षी के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमा चित्रकूट के कर्वी थाना के सब इंस्पेक्टर श्यामदेव सिंह की ओर से दर्ज कराया गया है।
श्याम देव सिंह ने ही खुफिया रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी थी। अपनी रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि मऊ विधानसभा सीट से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक अब्बास अंसारी जो कि चित्रकूट जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी निखत बानो अपने ड्राइवर के साथ रोजाना जेल आ रही हैं और कई कई घंटे जेल में बिता रही हैं।
निखत बानों को अब्बास से मिलने के लिए कोई पर्ची व रोक-टोक नहीं रहती। अब्बास चित्रकूट जेल में रहकर अपनी पत्नी के मोबाइल फोन से मुकदमें के गवाहों और अभियोजन से जुड़े अधिकारियों को धमकाता है। पत्नी के मोबाइल से ही वह लोगों को डरा धमकाकर रंगदारी की वसूली भी करता है।
सब इंस्पेक्टर की रिपोर्ट में कहा गया था कि अब्बास की पत्नी बेरोकटोक जेल में आने जाने तथा अब्बास को सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जेल प्रबंधन को मोटी रकम दी जा रही है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अगर समय रहते इस पर गौर नहीं किया गया तो अब्बास अंसारी जेल से फरार हो सकता है।
रिपोर्ट के आधार पर ही गुरुवार देर रात करीब एक बजे चित्रकूट के डीएम और एसपी ने जेल में छापा मारा। उनके पहुंचते ही जेल में अफरा-तफरी मच गई अफसर सबसे पहले अब्बास अंसारी के बैरक में पहुंचे लेकिन वह वहां मौजूद नहीं था। इसी बीच अफसरों को पता चला क्या अब्बास जेल अधीक्षक कार्यालय के बगल में मौजूद एक कमरे में है। अफसर वहां पहुंचे और कमरे को खुलवाया तो अंदर अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो मौजूद थी।
पूछताछ में सामने आया कि कुछ देर पहले ही अब्बास अंसारी को जेल के कर्मचारी यहां से बैरक लेकर निकल गए। बानो के पास मौजूद एक बैग की जब पुलिस ने तलाशी ली तो उसमें दो मोबाइल फोन और कुछ जेवरात के साथ 21 हजार रुपये और 12 रियाल बरामद हुए।
पुलिस की पूछताछ में निखत बानो ने बताया कि अब्बास अंसारी अपने खिलाफ दर्ज मुकदमों से संबंधित विभिन्न पुलिस अधिकारियों, गवाहों, अभियोजन अधिकारियो की हत्या की योजना बना रहा है। वह उन्हें पक्षद्रोही होने के लिए धमकाता है इसके अलावा उसके फोन से ही कई बार रंगदारी भी वसूली गई है।
मामले में पुलिस ने निखत बानो नियाज को गिरफ्तार करने के साथ उसके समेत अब्बास अंसारी, जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर, उप जेल अधीक्षक सुशील कुमार, जेल आरक्षी जगमोहन और जेल के अन्य ड्यूटी पर तैनात आरक्षी के खिलाफ आईपीसी की धारा 387, 222, 186, 506, 201, 120 (बी), 195(ए), 34 आईपीसी और 42बी, 54 प्रिजनर्स एक्ट के साथ 7 सीएलए एक्ट, 7/8/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।