Ram Prasad Bismil: बलिदानी बिस्मिल की साधना स्थली में जलेगी अखंड ज्योति, युवाओं को मिलेगी प्रेरणा
Ram Prasad Bismil: अमर बलिदानी पंडित राम प्रसाद बिस्मिल की साधना स्थली यानी जिला जेल की वह कोठरी जहां वह अंतिम दिनों में कैद रहे, अब अखंड ज्योति से आलोकित होगी। राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मदन मोहन मालवीय प्रौद्याेगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी सैनी इसे प्रज्ज्वलित करेंगे।
बिस्मिल बलिदानी मेला समिति और अखिल भारतीय जनता क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा की ओर से जिला जेल की सात नंबर कोठरी में सुबह 11 बजे यह आयोजन होगा। बलिदानी मेला समिति के संयोजक एवं गुरुकृपा संस्थान के संस्थापक महासचिव बृजेश राम त्रिपाठी ने बताया कि अखंड ज्योति की स्थापना का उद्देश्य न सिर्फ पंडित बिस्मिल के सर्वोच्च बलिदान के प्रति श्रद्धा प्रकट करना है, बल्कि इसका ध्येय देश के असंख्य युवाओं के मन में राष्ट्र प्रथम का भाव भरना भी है।
बिस्मिल अपने क्रांतिकारी जीवन में सजा के तौर पर इसी सात नंबर कोठरी में 123 दिन बिताए थे। इसी कोठरी के निकट उनकी बलिदान स्थली है, जहां शाहजहांपुर में जन्मे अमर बलिदानी को ब्रितानी हुकूमत ने फांसी पर लटकाया था।
गोरखपुर जेल में बने स्मारक में रविवार से अखंड ज्योति जलती रहेगी। गुरुकृपा संस्थान एवं पंडित राम प्रसाद बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजन समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मदन मोहन मालवीय टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी इसे जलाएंगे।
समिति की ओर से हर वर्ष बिस्मिल का बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में बलिदानी मेला आयोजित किया जाता है। इस बार पांच से 25 दिसंबर तक बिस्मिल बलिदानी मेला एवं खेल महोत्सव आयोजित हुआ था। इसके तहत बलिदान दिवस 19 दिसंबर को जिला जेल परिसर में श्रद्धांजलि सभा सहित अन्य आयोजन हुए थे।