Varanasi Crime News: महिला को मारकर बोरे में लाश फेंकने वाला हत्यारा गिरफ्तार
Varanasi Crime News: पुलिस आयुक्त वाराणसी के कुशल निर्देशन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त कैण्ट कमिश्नरेट वाराणसी के आदेशानुसार प्रभारी निरीक्षक अजय राज वर्मा मय हमराही के मुकदमा अपराध संख्या 193/24 धारा 302 आईपीसी उपरोक्त के अभियुक्त की सुरागरसी व पतारसी व देखभाल क्षेत्र में मामूर होकर गस्त करते हुये पुलिस लाइन चैराहा पर पहुंचा था कि वहां पर पूर्व से उपनिरीक्षक आयुष पाण्डेय, हेडकांस्टेबल बृज बिहारी ओझा, कांस्टेबल सचिन मिश्रा के साथ मौजूद मिले।
वहीं प्रभारी निरीक्षक उपरोक्त सभी अधिकारी कर्मचारीगणों से आपस में घटना का अनावरण के सम्बन्ध में बातचीत कर रहे थे कि कुछ ही समय के बाद मुखबीर खास आकर सूचना दिया और बताया कि साहब जिस महिला की लाश कूड़ाघर दीन दयाल अस्पताल के पास से मिली थी उसको ठेलिया से ले जाकर फेंकने वाले का फोटो आप लोग दिखाया था।
उसी हुलिया का एक व्यक्ति पक्की बाजार के सुलभ शौचालय वाली गली में लाल टी शर्ट व हाफ लोवर कत्थई कलर का पहने हुये कहं भागने की फिराक में है जल्दी करें तो पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर विश्वास करके मुखबीर को साथ लेकर मय हमाराही कर्मचारीगण पुलिस टीम के मुखबीर द्वारा बताये गये स्थान पक्की बाजार के सुलभ शौचालय के पास पहुंचा कि मुखबीर द्वारा इशारा करके दूर से ही बताया गया कि गली के पास जो व्यक्ति खड़ा है वह वहीं व्यक्ति है और बताकर मुखबीर वापस चला गया।
वहीं समस्त पुलिस बल द्वारा एक बारगी घेरकर आवश्यक बल प्रयोग कर मौके पर ही उसे पकड़ लिया गया। पकड़े गये अभियुक्त का नाम सोमनाथ उर्फ कल्लू पुत्र जगदीश डोम निवासी पक्की बाजार थाना कैण्ट वाराणसी बताया गया है।
वहीं मुकदमा अपराध संख्या 193/24 धारा 302 आईपीसी में धारा 201 आईपीसी की भी बढ़ोत्तरी की गयी है। वहीं अभियुक्त से पूछताछ मे उसके द्वारा बताया गया कि मैं सफाईकर्मी का काम करता हूं, मेरी पत्नी की मृत्यु 6 वर्ष पहले हो गयी है।
सुभावमी देवी पत्नी प्यारे लाल निवासी शिवपुर वाराणसी से मेरी 5 वर्ष पहले अच्छी जान पहचान थी। वह मेरे घर आकर रूकती थी व काफी समय से मेरे साथ पत्नी की तरह ही रह रही थी जो भीख मांगने का काम करती थी, जो पैसा पाती थी वह अपने पुत्र हीरालाल को दे देती थी व कभी कभी मुझसे भी पैसा मांग कर अपने बेटे बहू को दे दिया करती थी।
जिसके चलते हमारी अक्सर कहासुनी हो जाया करती थी। दिनांक 31/5/24 की रात्रि को भी हमारी इसी बारे में बहस हो रही थी जो बाद में मारा मारी में बदल गयी। जिसमें मेरे द्वारा उसे ज्यादा मारने पीटने व ढ़केलने के कारण उसको काफी चोटें आ गयी।
जिससे वह बेसुध हो गयी। मैने सांस वगैरह जांचा तो उसकी धड़कन व सांस नहीं चल रही थी। मैं काफी डर गया मुझे कुछ समझ में नहीं आया मैने कबाड़ में पड़ी बोरी में उसे डालकर व उसके पैरो आदि को भी कसकर प्लास्टिक के तार से बांधकर पास खड़ी कूड़ा फेंकने वाली ठेलिया में डालकर अर्दली बाजार महावीर मंदिर होते हुये दीन दयाल अस्पताल के पास पागल खाने के सामने स्थित कूड़ाघर के सामने पड़े कूड़े दान में फेंकने का काफी प्रयास
किया कि कूड़े वाली गाड़ी आयेगी और सारा कूड़ा व कूड़ेदान में पड़ी लाश अपने साथ ले जाकर फेंक देगी और मेरा अपराध छिप जायेगा और मैं पकड़ा नहीं जाउंगा यही मेरा उद्देश्य था। जिसमें मै सफल नहीं हो सका और वहीं कूड़ेदान के बगल में जमीन पर छोड़कर ठेलिया लेकर वापस पक्की बाजार आ गया।
वहीं अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक थाना कैण्ट अजय राज वर्मा, उपनिरीक्षक आयुष पाण्डेय, हेडकांस्टेबल बृज बिहारी ओझा, कांस्टेबल सचिन मिश्रा, कांस्टेबल प्रमोद कुमार चौहान, कांस्टेबल बृजेश यादव, हेड कांस्टेबल सुरेन्द्र शर्मा, क्राइम ब्रांच व सर्विलांश सेल से उपनिरीक्षक गौरव सिंह, उपनिरीक्षक दुर्गेश सरोज, हेड कांस्टेबल दिवाकर वत्स शामिल रहे।