Varanasi News: ठेकेदार व ऑटो चालक विवाद में आया नया मोड़, वाराणसी पुलिस कमिश्नर ने लिया मामले का संज्ञान
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर चौकी प्रभारी पियरी आये एक्शन में
वाराणसी व्यापार मण्डल की जम्बोजेट पदाधिकारी कहीं बग्गा जी के मान सम्मान के लिये खतरा तो नहीं
वाराणसी व्यापार मण्डल की महिला पदाधिकारियों पर ऑटो चालकों ने लगाया है अवैध वसूली का आरोप
वाराणसी व्यापार मण्डल के अध्यक्ष बग्गा और उनके ठेकेदार के खिलाफ ऑटो यूनियन के पदाधिकारियों तथा दबंग नम्बर टेकरों की दबंगई के खिलाफ प्रशासन से लगायी मदद की गुहार
ठेकेदार के समर्थन में उतरी महिला व्यापार मण्डल की पदाधिकारियों की वीडियो दबंग नम्बर टेकरों ने किया वायरल
Varanasi News: खबर है कि इन दिनों वाराणसी व्यापार मण्डल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा का नाम आटो, टैम्पो ठेकेदार के समर्थन में उतरी महिला व्यापार मण्डल की नेताओं के चलते सुर्खियों में है। आरोप है कि व्यापार मण्डल की महिला पदाधिकारी आटो, टोटो चालकों से जबरिया उगाही कर रही है और विरोध करने पर उन्हें झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी भी दे रही है। वीडियो वायरल होते ही बग्गा जी ने अपने व्यापार मण्डल की तेज तर्रार महिलाओं को फौरी तौर पर रोक दिया है।
अब वे दबंग नम्बर टेकरों को आगाह कर रहे है कि वे योगी सरकार में गुण्डागर्दी बन्द करें और अपने दबंग नम्बर टेकरों से गरीब आटो व टोटो चालको से अवैध वसूली बन्द कराये वर्ना पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी और जिला प्रशासन को इनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही के लिये लिखित शिकायत के लिये मजबूर होना पड़ेगा। बता दें कि विभिन्न क्षेत्रों में ठेकेदार को परेशान करने के लिये मैदागिन के कमला कान्त उर्फ गुड्डू सिंह, बेनियाबाग के घनश्याम यादव पुराने ठेकेदार संजय सिंह, जुबैर खां कचहरी, कृष्ण कुमार सिंह मैदागिन आदि दबंग आटो, टोटो संचालकों ने अपनी गुण्डई व दबंगई के बल पर इनके आदमियों को विभिन्न स्टैण्डों पर डरा धमका कर भगाने की कोशिश में लगे है।
वहीं दूसरी ओर रमा शंकर पाण्डेय व उनके प्रतिनिधि ईश्वर सिंह के समर्थन में व्यापार मण्डल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने इन्हे मुंहतोड़ जवाब देने के लिये कमर कस लिया है। इतना ही नहीं ठेकेदार रमा शंकर पाण्डेय और व्यापार मण्डल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने पुलिस प्रशासन से मांग किया है कि इन दबंग आटो चालको के विरूद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही करें, वर्ना ये लोग नगर निगम को जमा करने वाले राजस्व के वसूली में अपनी दबंगई के बल पर बाधक बनने में जुटे है और किसी भी समय किसी बड़ी अनहोनी घटना को अंजाम भी दे सकते है।
वहीं बग्गा जी ने सभी आटो, टोटो चालकों से अपील किया है कि किसी भी स्टैण्ड पर अवैध नम्बर टेकरों से डरने की जरूरत नहीं है, केवल नगर निगम से निर्धारित शुल्क ही जमा करना है, अगर किसी के द्वारा शोषण किया जा रहा है तो तत्काल इसकी सूचना हमें और जिला प्रशासन दोनो को दे, प्रशासन इनकी पूरी मदद करेगा। अन्त में बग्गा जी का आटो, टोटो चालकों से यही अपील है कि गरीबों का शोषण बन्द हो वाराणसी व्यापार मण्डल आपके साथ है।
अब यदि इस मामले के ताजा अपडेट की बात करें तो वाराणसी के न्यायप्रिय पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन ने मामले का संज्ञान लिया, और चौक थाने की पुलिस को उचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। जिस पर चौकी प्रभारी पियरी अमित कुमार शुक्ला ने तत्काल एक्शन लिया और ऑटो चालक व मैदागिन निवासी कमलाकांत सिंह उर्फ गुड्डू सिंह को हिदायत दिया कि किसी प्रकार को कोई गैरकानूनी कार्य व हरकत न होने पाये।
वैसे तो अजीत सिंह बग्गा ने अपनी खुद की मेहनत व काबिलियत के दम पर व्यापारी हित में काम करने के लिये कई कमेटियों का गठन किया है। जिसमें जनपद में एक मजबूत व्यापारी नेता के रूप में उनका एक अलग ही स्थान है। बताया जाता है कि अजीत सिंह बग्गा ने आज तक कभी मुश्किलों में हार नहीं मानी है। जिससे आज तक वो व्यापारियों का नेतृत्व करने में सफल हुये है। परिस्थिति चाहे जैसी भी हो मगर बग्गा जी कलम चलाने से लेकर सड़क पर संवैधानिक रूप से दो-दो हाथ करने में भी माहिर बताये जाते है।
एक ऐसा ही मामला विगत कुछ दिनों से वाराणसी जनपद में देखने को मिल रहा है। बताया जाता है कि जनपद के काल भैरव क्षेत्र के रमा शंकर पाण्डेय जो अजीत सिंह बग्गा के व्यापार मण्डल के सदस्य है के द्वारा वाराणसी नगर निगम से समूचे नगरीय क्षेत्र के ऑटो स्टैण्ड का ठेका करा लिया है, जिसमें नगर निगम के द्वारा लागू किये गये जमानत राशि को भी नगर निगम में जमा करा दिया गया है।
अब वहीं सूत्रों की बातों पर यकीन करें तो उक्त स्टैण्ड का ठेका खुद बग्गा जी ने रमा शंकर पाण्डेय के नाम से लिया है और नगर निगम में जो भी जमानत राशि जमा की गयी है वो भी बग्गा जी का ही है। वहीं इस ठेका के होने के बाद ठेकेदार के लोगों के द्वारा शहर के तमाम ऑटो स्टैण्डों से नगर निगम द्वारा निर्धारित की गयी राशि को वसूलने का काम किया जाने लगा। सूत्र बताते है कि पूर्व के ऑटो स्टैण्ड के ठेकेदार के द्वारा नये ठेकेदार को बदनाम करने की नियत से आरोप लगाया गया कि रमा शंकर पाण्डेय के लोग व वाराणसी व्यापार मण्डल की महिला पदाधिकारियों के द्वारा जबरन ऑटो चालकों से अवैध वसूली की जा रही है।
जिसे लेकर शहर भर में काफी हो हल्ला मचा। वहीं इन आरोपों में कहीं न कहीं कुछ सत्यता भी देखने को मिला। जिसमें व्यापार मण्डल की महिला पदाधिकारियों के द्वारा आटो चालकों से अभद्रता करने के साथ ही फर्जी मुकदमें में फंसाकर जेल भिजवा देने की धमकी भी दिया जाने लगा। वहीं बीते दिनों जब इन महिला पदाधिकारियों के द्वारा जंगमबाड़ी में ऑटो चालकों से वसूली करने पहुंची इन महिला पदाधिकारियों को ऑटो चालकों की शिकायत पर सम्बन्धित थाने की पुलिस के द्वारा पकड़कर थाने लाकर बैठा दिया गया, जहां बताया जाता है कि अजीत सिंह बग्गा के द्वारा थाने से इन महिलाओं को छुड़ाया भी गया।
अब अगर बात करें तो वाराणसी व्यापार मण्डल के संरक्षक अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा की इन महिला पदाधिकारियों के गलत रवैये के चलते पूर्व में कैण्ट थाना क्षेत्र के भोजूबीर में एक दुकान के मामले को लेकर काफी बवाल मचाया गया, जहां जमकर लात घुसे भी चले और अन्य व्यापारियों के द्वारा इन महिला पदाधिकारियों की जमकर धुनाई भी की गयी और कैण्ट थाने में दोनो पक्षों की ओर से मुकदमा भी कायम कराया गया।
इसके अलावा भेलूपुर थाना क्षेत्र के खोजवां बजरडीहा का मामला जिसमें मकान/दुकान पर कब्जे की बात प्रकाश में आयी जिसमें थाना भेलूपुर पर मध्य रात्रि तक काफी विवाद भी हुआ और जिसमें थाना प्रभारी पर महिला पदाधिकारियों से दुव्र्यवहार करने का भी आरोप लग चुका है, और जमकर बवाल काटने के साथ ही नारेबाजी भी की गयी थी। अगर बात करें अजीत सिंह बग्गा के 35 वर्ष के व्यापारिक प्रतिनिधित्व को तो उनके 35 साल के इस जीवनकाल में उनकी इतनी थू-थू नहीं हुई थी, जितनी इस विगत कुछ वर्षो में उनके महिला पदाधिकारियों के द्वारा किये जा रहे अनर्गल कार्य से होता दिख रहा है।
वहीं यदि बात की जाये तो अजीत सिंह बग्गा के मान सम्मान को उनके ही ये जम्बोजेट महिला पदाधिकारियों के द्वारा मिट्टी में मिलाने का काम किया जा रहा है। यदि बात की जाये ऑटो स्टैण्ड के ठेके की तो हम एक दूसरे पर लगाये गये आरोपो की पुष्टि नहीं करते, परन्तु एक बात तो यहां साफ है कि जो भी व्यक्ति पैसा लगाकर ठेका लेगा तो उसे वसूल भी करेगा ही। रहा सवाल आटो चालको से अवैध वसूली का तो अवैध वसूली कहां नहीं हो रही है। कोई ठेका कराकर वसूल रहा है तो कोई बिना ठेके व लाइसेंस के वसूल रहा है।
सूत्रों की माने तो जनपद के मैदागिन, बेनियाबाग, लंका सहित तमाम क्षेत्रों में पूर्व ठेकेदार के द्वारा अपने आदमियों को लगाकर अवैध रूप से आटो चालको से 5 रूपये की वसूली की जा रही है। वहीं इन क्षेत्रों में आटो की संख्या 1500 बतायी जाती है। वहीं देखा जाये तो 5 रूपये प्रति आटो की दर से 1500 आटो से 7500 रूपये प्रतिदिन की अवैध वसूली की जाती है। क्या इन वसूली करने वालों को नगर निगम या किसी सक्षम अधिकारी के द्वारा नियुक्त किया गया है या फिर इन्हें वसूली का ठेका दिया गया है।
वहीं बीते कुछ दिनों से कुछ आटो यूनियन के पदाधिकारियों के द्वारा अजीत सिंह बग्गा को दबंग व गुण्डा व्यापारी नेता कहने की बात कही जा रही है, तो शायद ये वही आटो यूनियन के पदाधिकारी है, जिनके द्वारा 5 रूपये की अवैध वसूली ऑटो चालको से करायी जाती है। साथ ही ये यह भी भूल रहे है कि अजीत सिंह बग्गा कलम चलाने के साथ ही सड़क पर संवैधानिक रूप से दो दो हाथ करने में भी माहिर है।
अब इन आरोपों व प्रत्यारोपों में कितनी सच्चाई है यह तो व्यापार मण्डल के पदाधिकारी और ऑटो चालक ही जाने। मगर सवाल यह है कि आखिर वाराणसी व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों पर लगने वाले आरोपों का अन्त कब होगा या फिर आरोपों का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। फिलहाल तफ्तीश जारी है।