Varanasi News: घाट की सफाई के लिए मंगाई गई मशीनें ट्रायल में हो गईं फेल, पुराने तरीके से शुरू हुआ काम
Varanasi News: देव दीपावली 15 नवंबर और छठ पूजा 7 नवंबर को मनाई जाएगी। इसके पहले गंगा घाटों की सफाई नगर निगम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। हाल ही में ट्रायल के तौर पर लखनऊ से मंगाई गई मशीन से घाट की सफाई कराई गई, लेकिन यह मशीन कारगर नहीं हुई।
इसे देखते हुए नगर निगम अब पुराने तरीके से मोटर पंप लगाकर घाटों पर जमी सिल्ट को गंगा में बहा रही है। हर साल बाढ़ के बाद गंगा घाटों पर हजारों टन मिट्टी जम जाती है। जिसे साफ करवाने में नगर निगम को कम से कम एक माह का समय लग जाता है।
पक्का घाट होने के कारण यहां जेसीबी ले जाना खतरनाक होता है। इसे देखते हुए यहां मजदूर लगाकर मैनुअल सफाई कराई जाती है। पहले कचरा साफ किया जाता है। इसके बाद मिट्टी को हटाने का काम शुरू होता है। पिछले दिनों एक कांट्रेक्टर ने मशीन से सफाई कराने की बात नगर निगम से की थी।
निगम ने ट्रायल के तौर पर उसे घाटों की सफाई का जिम्मा दिया, लेकिन मशीन कारगर नहीं हुई तो दस दिन के भीतर ही निगम ने उन्हें वापस भेज दिया। अब प्रमुख घाटों पर मोटर पंप लगाकर घाटों पर जमी मिट्टी को हटवाया जा रहा है। गंगा आरती वाले घाट दशाश्वमेध, शीतला, ललिता, अस्सी घाट पर मिट्टी जमा है।
वहीं इस सम्बन्ध में दुष्यंत कुमार मौर्य, अपर नगर आयुक्त नगर निगम ने बताया कि पूजा वाले सभी गंगा घाट 5 नवंबर तक साफ हो जाएंगे। इसके बाद 10 नवंबर तक सभी 84 गंगा घाटों की सफाई हो जाएगी ताकि देव दीपावली पर किसी प्रकार की दिक्कत न हो। ट्रायल के लिए मशीन कारगर नहीं हुई तो उसे वापस भेज दिया गया है।