Varanasi: वाराणसी जीआरपी ने 64 मोबाइल फोन किये बरामद, 17 मोबाइल मालिको को वापस मिले फोन
Varanasi: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के जीआरपी टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। स्टेशन से गायब हुए 64 मोबाइल को जीआरपी के जवानों ने बरामद किया। इस सफलता में क्राइम ब्रांच, साइबर क्राइम और जीआरपी की टीम ने काम किया।
इसके बाद सभी 64 मोबाइल फोन के मालिकों को इसकी सूचना दी गई। रविवार को मोबाइल लेने के लिए 17 लोग कैंट रेलवे स्टेशन जीआरपी ऑफिस पहुंचे। वाराणसी सहित यूपी के कई और अन्य राज्यों से पहुंचे लोगों को उनका मोबाइल दिया गया। अपने खोए हुए मोबाइल को पाकर लोग खुश नजर आए।
कैंट जीआरपी के प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि वाराणसी में दर्शन -पूजन और यात्रा के लिए आए लोगों के मोबाइल गुम हो गए थे। इसकी शिकायत लोगों ने की थी। ऐसे में कुछ 64 मोबाइल फोन बरामद किए गए थे, जिसके EMI और दर्ज हुए शिकायत के आधार पर मोबाइल के मालिकों को सूचना दिया गया। इनमें से ज्यादातर दर्शनार्थी थे, जो वाराणसी में दर्शन पूजन करने पहुंचे थे।
इस दौरान उनका मोबाइल खो गया था। इनमें से उड़ीसा, महाराष्ट्र सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोग शामिल हैं। बरामद हुए 64 मोबाइल में से 17 मोबाइलों के अलग अलग मालिक रविवार को अपना मोबाइल लेने के लिए पहुंचे और उनके मोबाइल को सुपुर्द कर दिया गया। अपने गुम हुए मोबाइल के मिलने के बाद लोग काफी खुश दिखे। वहीं, कुछ लोगों ने कहा हम तो अपने मोबाइल के मिलने की आस ही छोड़ दिया था।
देवरिया से अपना मोबाइल लेने आई कुमारी अंजली मिश्रा ने बताया कि मेरा मोबाइल फोन पिछले 8 महीने पहले वाराणसी में खो गया था। हम लोगों को बिल्कुल उम्मीद ही नहीं था कि हम लोगों का खोया हुआ मोबाइल वापस मिलेगा।
वाराणसी के रेलवे पुलिस विभाग ने अपने मेहनत से हमारा खोया हुआ फोन वापस दिला दिया हैं। महाराष्ट्र से आए रत्नाकर ने बताया कि 1400 मीटर की सफर करके मैं बनारस आया हूं। उन्होंने कहा कि जब मेरा मोबाइल गायब हुआ था तो मेरे मित्र ने कहा था कि अब उम्मीद छोड़ दो, मोबाइल वापस नहीं मिलेगा।
मुझे जब यहां से फोन किया तो मैं हैरान हो गया और मैं अपना मोबाइल लेने तुरंत वाराणसी पहुंच गया। उन्होंने कहा कि पुलिस को लेकर जो मेरी गलतफहमी थी, वह दूर हो गई। अब मैं पुलिस विभाग को धन्यवाद देता हूं।
कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच अपने मोबाइल पाकर लोग काफी खुश हुए। लोगो की माने तो उन्हे उम्मीद नही थी कि ट्रेन में उनके मोबाइल गुम होने के बाद अब उन्हे उनका मोबाइल मिल पाएगा, लेकिन जीआरपी के जवानों ने उनके इस सोच को गलत साबित कर दिया और उनके गुम हुए मोबाइल को ढूंढ निकाला।