पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल द्वारा महिला मुख्य आरक्षियों के साथ किया गया संवाद

वाराणसी। पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल के द्वारा “संवाद-कार्यक्रम‘‘ के तहत रिजर्व पुलिस लाइन्स वाराणसी में मुख्य आरक्षी उन्नत कोर्स का 30 दिवसीय प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला मुख्य आरक्षियों से संवाद स्थापित कर, प्रशिक्षण के दौरान दी गयी सुविधाओं व प्रशिक्षण के संदर्भ में फीडबैक प्राप्त किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में पुलिस आयुक्त द्वारा महिला मुख्य आरक्षियों को प्रशिक्षण कोर्स के तहत नये आपराधिक कानून, साइबर अपराध, महिला संबंधी अपराध आदि के संदर्भ में जानकारी प्राप्त कर, मिशन-शक्ति, थानों पर स्थापित महिला हेल्प-डेस्क, साइबर हेल्प डेस्क, फॉरेंसिक साक्ष्य, सीसीटीएनएस, जीरो-एफआईआर एवं विभिन्न हेल्प लाइन नम्बरों का संक्षिप्त ज्ञान व उनके महत्वपूर्ण भूमिका के विषय में जानकारी दी गयी।
पुलिस आयुक्त द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों से प्रशिक्षण हेतु आयी महिला मुख्य आरक्षियों को प्रशिक्षण अवधि के दौरान वाराणसी के विभिन्न ऐतिहासिक व धार्मिक पर्यटन स्थलों के भ्रमण व उनके विषय में संक्षिप्त जानकारी दिये जाने हेतु सम्बन्धित को निर्देशित किया गया। महिला मुख्य आरक्षियों के उज्जल भविष्य के दृष्टिगत अनुशासन व रूचि लेकर प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु बताया गया जो मुख्य आरक्षी के महत्वपूर्ण पद पर कार्य करने में लाभदायक परिणाम देगा।
इस दौरान अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय व कानून-व्यवस्था) एस. चन्नप्पा, पुलिस उपायुक्त (लाइन्स) प्रमोद कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त (लाइन्स) श्रुती श्रीवास्तव, सहायक पुलिस आयुक्त (लाइन्स) डॉ० ईशान सोनी व सहायक पुलिस आयुक्त (प्रशिक्षु) नताशा गोयल व अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
बताते चले कि उक्त कार्यक्रम में पुलिस आयुक्त द्वारा रिजर्व पुलिस लाइन्स में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला मुख्य आरक्षियों से ‘‘संवाद कार्यक्रम” कर, प्रशिक्षण के संदर्भ में महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 265 महिला मुख्य आरक्षी पुलिस लाइन्स में 30 दिवस ‘‘मुख्य आरक्षी उन्नत कोर्स‘‘ का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं।
संवाद के दौरान मिशन-शक्ति, महिला हेल्प डेस्क, जीरो-एफआईआर, फॉरेंसिक साक्ष्य, सीसीटीएनएस व विभिन्न हेल्प लाइन नम्बरों का संक्षिप्त जानकारी प्रदान कर इसके महत्व के बारे में भी जानकारी दी गयी। साथ ही थाना परिसर में आने वाले पीड़ितों व आगंतुकों का पहला संर्पक हेल्प-डेस्क व कार्यालय में तैनात महिला पुलिसकर्मियों से होता है।
पीड़ितों व आगंतुकों के साथ संवेदनशीलता, विनम्रता और सहयोग की भावना से पेश आये ताकि आमजनमानस में उनके व्यवहार व कार्यशैली की सराहना हो। पुलिस सेवा के दौरान गरीब, असहाय और आमजनमानस के प्रति न्यायपूर्ण व सहयोगात्मक कार्यवाही न केवल पीड़ितों की मदद करता है, बल्कि आप पुलिसकर्मियों को भी आत्म संतोष व गर्व का अनुभव कराता है।
प्रशिक्षण कर रहे मुख्य आरक्षियों को अनुशासन व वर्दी में उच्चकोटि का प्रदर्शन व अपना आचरण नये भर्ती पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनाये जाने हेतु प्रेरित किया गया। वहीं प्रशिक्षण अवधि के दौरान महिला मुख्य आरक्षियों को वाराणसी के विभिन्न ऐतिहासिक व धार्मिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण करायें जाने हेतु भी निर्देश दिये गये।
साथ ही महिला मुख्य आरक्षियों को आउटडोर प्रशिक्षण में फुटबॉल, बॉलीबॉल, बैडमिंटन आदि गेम्स कराये जाने व प्रतियोगिता कराकर प्रथम तीन स्थान पर आने वाले को पुरस्कृत किये जाने का भी निर्देश दिया गया।


