नाबालिग बन बैठा ‘कालीन भईया’, वेब सीरीज देख कर दी हत्या, पुलिस ने किए चौंकाने वाले खुलासे

मीरजापुर। पड़री पुलिस, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने क्षेत्र के कम्हारी गांव के रहने वाले बोलेरो मालिक प्रमोद गुप्ता की हत्या व लूटकांड में शामिल तीन नाबालिग सहित चार आरोपितों को संतनगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पथरौर के पास से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
नाबालिगों ने पूछताछ में बताया कि सभी ने मीरजापुर वेब सीरीज देखकर बीते 10 अप्रैल को घटना को अंजाम दिया। इनमें एक किशोर जो देहात कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है वह खुद को कालीन भैया के तौर पर देखने लगा था। उसी ने अपने दो नाबालिग साथियों के साथ मिलकर अधिक रुपये कमाने के लिए घटना को अंजाम दिया। वहीं चौथे साथी ने साक्ष्य छिपाने में इन नाबालिगों की मदद की।
आरोपितों के पासे बरामद हुए ये सामान – आरोपिताें के पास से हत्याकांड में इस्तेमाल की गई चाकू, लूटी गई बोलेरो, तीन प्लास्टिक की मैट, एक म्यूजिक सिस्टम आदि सामान बरामद हुए हैं। चाराें के विरुद्ध हत्या व लूटकांड सहित साक्ष्य छिपाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया। इनमें एक नाबालिग की उम्र 16 वर्ष जबकि दो की 17-17 वर्ष है। उक्त बातें अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन ओपी सिंह ने बुधवार को पुलिस लाइन में घटना का राजफाश करते हुए बताई।

मामले में बड़े भाई ने 12 को दी थी तहरीर, 14 अप्रैल को छोटे भाई का मिला था कंकाल – एएसपी ने बताया कि पड़री के कम्हारी गांव के रहने वाले अमित गुप्ता ने 12 अप्रैल को पड़री थाने में तहरीर दी कि उनका छाेटा भाई प्रमोद गुप्ता अपनी बोलेरो लेकर 10 अप्रैल को गांव के दो लड़के सहित अन्य के साथ दीपनगर पटेहरा में एक लड़की की विदाई कराने गया था लेकिन लौटा नहीं।
तहरीर पर पुलिस ने छानबीन शुरू की। 14 अप्रैल को पता चला कि लालगंज के बहुती गांव में एक युवक का कंकाल मिला है। जानकारी पर अमित को लेकर पुलिस वहां पहुंची तो कंकाल के पास मिले मोबाइल, कपड़े, जूते, मोजे, हाथ की रिंग, मुदरी आदि से उसकी पहचान प्रमोद गुप्ता के रूप में हुई। तहरीर पर पुलिस ने हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू की।
पुलिस की तीन टीमें कर रही थी जांच – सीओ सदर अमर बहादुर के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी राजीव सिंह, सर्विलांस प्रभारी मानवेंद्र सिंह व पड़री थानेदार दयाशंकर ओझा के नेतृत्व में तीन टीमें गठित की गई। टीम को पता चला कि इस घटना को मृतक के गांव में रहने वाले तीन नाबालिगों ने घटना को अंजाम दिया है। ऐसे में सभी को संतनगर के पथरौर गांव से पकड़ा गया।

रुपये की जरूरत पड़ी तो विदाई कराने के बहाने बुलाई गाड़ी और कर दी चालक की हत्या – पुलिस की पूछताछ में नाबालिग आरोपिताें ने बताया कि उनको रुपये की जरूरत थी, इसलिए प्रमोद की गाड़ी को लूटने का साजिश रची। 10 मार्च को तीनों ने मिलकर एक लड़़की की विदाई कराने के बहाने प्रमोद के बोलेरो को बुक किया। कहा कि उसे पटेहरा के दीपनगर चलना है। इसके बदले उसे दो हजार रुपये मिलेंगे। प्रमोद तैयार हो गए। गाड़ी में सभी लोग बैठकर दीपनगर के लिए निकले।
बलहरा मोड़ से लालगंज के बहुती गांव पहुंंचे, जहां उसे करीब डेढ़ बोतल शराब पिलाई। जबकि नाबालिगों ने थोड़ी थोड़ी पी। जब प्रमोद अचेत हो गया तो कालीन भैया के नाम से मशहूर किशोर ने चाकू से उसके गले पर वार कर दिया। प्रमोद घायल होकर गिर गया तो उसका गला रेत दिया। उसकी मौत होने पर जंगल में शव छिपाकर बोलेरो लेकर भाग निकले।
हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपित पथरौरा गांव के रहने वाले हेमंत पांडेय उर्फ दीपक पांडेय के यहां बोलेरो बेचवाने के लिए पहुंचे। नाबालिगों के मुताबिक हेमंत ने बताया कि दो लाख रुपये में बेचवा देगा। इसमें से 65 हजार रुपये उसके होंगे, जबकि एक लाख 35 हजार रुपये उन तीनों को दे देगा। वहीं किशोरों के शर्ट पर खून देखा ताे उनका कपड़ा बदलवा दिया। वहीं गाड़ी की मैट व उसके साउंड सिस्टम को अपने पास रख लिया। इसके बाद गाड़ी को हलिया में छिपाकर रखने के लिए भेज दिया।
