गंगा आरती में छेड़खानी व पिटाई मामले में थाना प्रभारी दशाश्वमेध लाइन हाजिर

सोमवार को गंगा आरती के दौरान छेड़खानी के आरोप में पीटा गया था रेहान
मामले की एटीएस कर रही है जांच, पिटाई मामले में दर्ज है मुकदमा
कार्य में शिथिलता, लापरवाही के आरोप मे पुलिस कमिश्नर ने किया लाईन हाजिर
वाराणसी। दशाश्वमेध घाट की प्रसिद्ध गंगा आरती में छेड़खानी की घटना के बाद प्रभावी चेकिंग न करने और कार्य में लापरवाही के आरोप में मंगलवार को दशाश्वमेध थाना प्रभारी योगेंद्र प्रसाद को पुलिस कमिश्नर ने लाईन हाजिर कर दिया। पुलिस कमिश्नर ने आदेश में कहाकि दशाश्वमेध घाट की आरती विश्व प्रसिद्ध है।
यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ के बीच एक व्यक्ति के अनावश्यक रूप से घूमने और छेड़खानी की घटना प्रकाश में आई। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था में शिथिलता को दर्शाती है। दशाश्वमेध घाट की संवेदनशीलता, अधिक भीड़भाड़ को देखते हुए दशाश्वमेध थाना प्रभारी को संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग, असामाजिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण, चेन स्नैचिंग, पिक पाकेटिंग और छेड़खानी की घटनाओ की रोकथाम के निर्देश दिये गये थे।
लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने दिशा-निर्देशों को समुचित अनुपालन नही किया। इसलिए उनकी लापरवाही, स्वेच्छाचारिता और कर्तव्यों के प्रति उदासीनता को देखते हुए उन्हें लाईन हाजिर किया जाता है। बताते चले कि सोमवार को गंगा आरती के दौरान रामनगर का रेहान नामक युवक भी भीड़ में मौजूद था।
आरोप है कि उसने एक युवती को बैड टच किया। लोगों ने छेड़खानी का आरोप लगाते हुए उसकी पिटाई कर दी। रेहान रामनगर थाना क्षेत्र के पड़ाव का रहनेवाला है। पिटाई के बाद रेहान के पिता ने तीन नामजद और अज्ञात के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
रेहान के मुस्लिम होने और उसके हिंदू धार्मिक कृत्य में पहुंचने और उसके मोबाइल से कुछ संदिग्ध गतिविधियां दिखाई देने के बाद मामले की जांच एटीएस को सौंपी गई है। जांच में पता चला कि रेहान इससे पहले भी गंगा आरती में आया था। कुछ लोगों का कहना है कि कई मुस्लिम युवक गंगा आरती के दौरान आते हैं। पुलिस छानबीन नही करती।
बताते चले कि दशाश्वमेध घाट से सटे शीतला घाट पर आतंकी घटना हो चुकी है। इसलिए यह क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है। उसकी संवेदनशीलता को देखते हुए थाना प्रभारी के आचरण को पुलिस कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए उन्हें लाईन भेज दिया।


