पुलिस आयुक्त ने गोष्ठी में मातहतों को दिये आवश्यक दिशा निर्देश

यातायात लाइन स्थित सभागार में कानून-व्यवस्था, शांति और सुगम यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत समीक्षा गोष्ठी आयोजित कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये

वाराणसी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल द्वारा यातायात लाइन स्थित सभागार में कानून-व्यवस्था, शांति और सुगम यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत समीक्षा गोष्ठी आयोजित कर सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। गोष्ठी में अपराध नियंत्रण, यातायात प्रबन्धन और जनसुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस दौरान वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुगम यातायात, अपराधियों पर गैंगस्टर/गुण्डा की निरोधात्मक कार्यवाही, अभ्यस्त अपराधियों की हीस्ट्रीशीट खोलना व निगरानी, आईजीआरएस (जनसुनवाई), सीएम डैशबोर्ड व उपनिरीक्षकों के कार्यों का मूल्यांकन विषय पर प्रस्तुतीकरण देकर विस्तृत रुप से ब्रीफ किया गया।
उक्त गोष्ठी में अपर पुलिस आयुक्त, कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय एस. चन्नप्पा, अपर पुलिस आयुक्त, अपराध राजेश कुमार सिंह सहित समस्त पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, थाना प्रभारी, चैकी हल्का प्रभारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
वहीं उक्त गोष्ठी में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल द्वारा कानून/शांति एवं यातायात व्यवस्था सुदृढ़ बनाये रखने हेतु आयोजित की गई गोष्ठी में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये, जो इस प्रकार है- जिसमें सुगम यातायात को और सुदृढ़ व प्रभावी बनाने हेतु नियमित निगरानी एवं अतिक्रमण, अवैध पार्किंग व यातायात नियमों का उल्लघंन करने पर सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये। 50 चैराहो को चिन्हित कर 15-15 स्थानीय व्यवसायी व निवासियों को ‘यातायात मित्र’ बनाया जायेगा। ‘यातायात-मित्र’ जाम की सूचना व जाम से निदान के सुझावों से अवगत करायेंगे। ‘यातायात-मित्र’ की थाना स्तर पर मासिक बैठक की जायेगी।
10 प्रमुख चैराहो पर सुगम यातायात व्यवस्था हेतु उपनिरीक्षकों जिसमें 1. गोदौलिया – उपनिरीक्षक विशाल विक्रम सिंह, 2. रथयात्रा – उपनिरीक्षक रोहित त्रिपाठी, 3. रामापुरा – उपनिरीक्षक क्रमवीर राय, 4. मैदागिन – उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार, 5. मलदहिया – उपनिरीक्षक प्रशान्त शिवहरे, 6. मालवीय गेट बीएचयू – उपनिरीक्षक सौरभ कुमार तिवारी, 7. लहुराबीर – उपनिरीक्षक अतहर अली, 8. पाण्डेयपुर – उपनिरीक्षक आदित्य सेन सिंह, 9. गिलट बाजार – उपनिरीक्षक जमुना प्रसाद तिवारी, 10. भोजूबीर तिराहा – उपनिरीक्षक आशुतोष तिवारी तैनात किये जायेंगे।
पुलिस आयुक्त द्वारा 5 सदस्यों की टीम गठित की गयी, जिसमें होमगार्ड, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी व फॉलोवर शामिल रहेंगें शामिल, जो पीड़ित के रूप में स्वयं अथवा थानों पर जाकर आम नागरिकों/पीड़ितों के प्रति हो रहे व्यवहार की जानकारी देंगे।
संदिग्ध रूप में चिन्हित अवैध रोहिंग्या व बांग्लादेशियो का थाना स्तर से टीम भेजकर सत्यापन की कार्यवाही भी कराये जाने के निर्देश दिये गये।
व्यापार मण्डल का थाना प्रभारी व एसीपी स्तर से साप्ताहिक बैठक कर व्यापारियों से संवाद स्थापित किये जाने के भी निर्देश दिये गये।
गौतस्करों के उन्मूलन हेतु पकड़े गए गौ तस्करों के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की गहन जांच कर, पूरे नेटवर्क को उजागर किये जाने तथा मास्टरमाइंड को चिन्हित कर उसके विरुद्ध भी कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
जुआ, सट्टा, अवैध हुक्का बार व अनैतिक गतिविधियों में लिप्त अपराधियों और गिरोहों के विरूद्ध गैंगस्टर व गुण्डा एक्ट के अन्तर्गत प्रभावी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
संगठित अपराध से जुड़े अपराधियों के विरूद्ध गैंगस्टर एक्ट की कार्यवाही किये जाने तथा माफिया के रूप में चिन्हिकरण कर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।
लम्बित विवेचनाओं का त्वरित व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं समय सीमा तय कर जवाबदेही सुनिश्चित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
कार्य निष्पादन के आधार पर उपनिरीक्षकों की रैंकिंग की जाये, जिसमें विवेचना के निस्तारण, जनता से व्यवहार, शांति व्यवस्था व अपराधों के खुलासे में किये गये योगदान का भी मूल्यांकन किया जायेगा।
सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर व अभ्यस्त अपराधियों की हीस्ट्रीशीट खोलकर निगरानी किये जाने का भी निर्देश दिया गया।
थाना प्रभारी थाना स्तर पर ब्रीफिंग कर आरक्षी स्तर तक चलाये जा रहे अभियानों व उच्चाधिकारी के दिशा-निर्देशों से अवगत करायेंगे।
