पूर्वोत्तर भारत में बारिश का कहर, 34 लोगों की मौत, असम में टूटा 132 साल का रिकॉर्ड

पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश और बाढ़ के कारण हुए हादसों में अभी तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। अरुणाचल प्रदेश, असम और मिजोरम में भारी नुकसान हुआ है।
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बीते कुछ दिनें से भारी बारिश का दौर जारी है। मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन से 34 लोगोंं जान जा चुकी है। वहीं, बड़ी संख्या में लोग जख्मी भी हुए है, जिनका इलाज चल रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, असम में 10, अरुणाचल प्रदेश में 9, मिजोरम में 5 और मेघालय में 6 लोगों की मौत हुई है। इसी बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वोत्तर राज्यों के लिए पांच जून तक बारिश की चेतावनी जारी की है।
भारी बारिश की वजह से बाढ़ और लैंडस्लाइड प्रभावित इलाकों से लोगों को निकाला जा रहा है। इसके लिए भारतीय सेना, एयरफोर्स और असम रायफल्स के जवान बचाव अभियान में जुटे हुए है। बताया जा रहा है कि असम के 19 जिलों में 3.64 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। सड़क और रेल सेवाएं ठप होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मूसलाधार बारिश की वजह से ब्रह्मपुत्र और बराक सहित 10 प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
असम और पूर्वोत्तर भारत में मानसून की शुरुआत तबाही लेकर आई है। 1 जून को असम के सिलचर शहर में 24 घंटे के भीतर 415.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 132 वर्षों में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा बारिश है। इससे पहले 1893 में एक दिन में 290.3 मिमी बारिश का रिकॉर्ड दर्ज था, जिसे अब पछाड़ दिया गया है।
असम के साथ मणिपुर में भी बाढ़ का कहर जारी है। प्रदेश में बाढ़ से 19,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। मूसलाधार बारिश की वजह से 3,365 घरों को काफी नुकसान पहुंचा है। रेस्क्यू टीमों ने अब तक 1,500 से ज्यादा लोगों को बचाया है। सोशल मीडिया पर रेस्क्यू की तस्वीरें वायरल हो रही है। इसमें देखा जा सकता है कि अधिकारियों को अपनी पीठ पर उठाकर लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रहे है।
त्रिपुरा में भी लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से 10 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए है। राजधानी आइजोल में भारी बारिश के चलते 2 जून को सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। 30 मई से अब तक राज्य में लैंडस्लाइड की 211 घटनाएं हुई हैं।
नई दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रविवार को बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश, बिहार, ओडिशा, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी बारिश की संभावना है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में मूसलाधार बारिश हो सकती है। आईएमडी ने राजस्थान के 30 जिलों और मध्य प्रदेश के 50 जिलों में बारिश का अलर्ट है।
जम्मू-कश्मीर में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में भारी बारिश हो रही है। श्रीनगर-लेह मार्ग पर जोजिला दर्रे के पास हुए हिमस्खलन के बाद मार्ग को बंद कर दिया गया है। वहीं स्थानीय प्रशासन राहत कार्य में जुटा हुआ है।
जयपुर प्रदेश में आंधी-बारिश के बीच इस बार गर्मी जोर नहीं पकड़ रही है। रविवार को राजस्थान के अधिकतर शहरों में गर्मी का पारा नीचे रहा। मौसम केन्द्र के अनुसार सोमवार को पुनः एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इससे असर से आंधी-बारिश की गतिविधियां में पुनः बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है। 2 से 5 जून के दौरान दोपहर बाद तेज मेघगर्जन, आंधी बारिश बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर कोटा उदयपुर संभाग में दर्ज होने की संभावना है।
