दालमंडी के 186 भवनों का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने 199 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर तय किए हैं

वाराणसी: काशी विश्वनाथ धाम में बाबा के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक खुशखबरी है! उत्तर प्रदेश सरकार ने दर्शनार्थियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा कदम उठाया है। अब काशी विश्वनाथ धाम से जुड़ने वाले पांचवें वैकल्पिक मार्ग के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं नई सड़क-दालमंडी सड़क चौड़ीकरण परियोजना की, जिसे सरकार ने प्रशासनिक मंजूरी दे दी है।

गुरुवार को 215.88 करोड़ रुपये की संशोधित लागत पर इसका शासनादेश भी जारी हो चुका है। सोचिए, अब जाम की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी और बाबा के दर्शन के लिए पहुंचना और भी आसान हो जाएगा।

कैसे बनेगी ये नई सड़क और क्या होगा खास? – इस परियोजना के तहत लगभग 186 भवनों का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने 199 करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर तय किए हैं। बाकी की रकम सड़क निर्माण और उससे जुड़ी अधोसंरचना पर खर्च की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए अधिसूचना अगले हफ्ते तक जारी होने की उम्मीद है। यानी, काम जल्द ही शुरू होने वाला है!

पीडब्ल्यूडी (PWD) द्वारा प्रस्तावित यह 650 मीटर लंबी और 17 मीटर चौड़ी सड़क वाकई गेमचेंजर साबित होगी। इसके बन जाने से लहुराबीर से चौक और गिरिजाघर तक एक नया और चौड़ा रास्ता मिलेगा। अभी तक दर्शनार्थियों के लिए गोदौलिया, लंका, रथयात्रा, मैदागिन और अस्सी होते हुए चार मुख्य मार्ग उपलब्ध हैं, लेकिन ये अक्सर भीड़भाड़ वाले रहते हैं।

दालमंडी मार्ग: एक नया, चौड़ा और सुविधाजनक विकल्प – नई सड़क-दालमंडी चौड़ीकरण से पांचवां और सबसे सुविधाजनक विकल्प खुलेगा, जो लहुराबीर, नई सड़क और दालमंडी होते हुए सीधे चौक तक ले जाएगा। कल्पना कीजिए, संकरी गलियों और जाम से जूझने की बजाय एक चौड़े और आरामदेह मार्ग से आप सीधे बाबा के द्वार तक पहुंच सकेंगे! यह मार्ग न केवल दर्शनार्थियों के लिए बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी बड़ी राहत लेकर आएगा।

इस परियोजना को लेकर डीएम सत्येंद्र कुमार ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “दालमंडी मार्ग का शासनादेश जारी हो गया है। परियोजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को उसकी संपत्ति का उचित मुआवजा दिया जाएगा। लगभग 199 करोड़ रुपये की स्वीकृति केवल मुआवजे के लिए प्राप्त हो चुकी है।” यह आश्वासन निश्चित रूप से उन लोगों के लिए सुकून देने वाला है जिनकी संपत्ति का अधिग्रहण किया जाएगा।

यह वाकई एक सराहनीय कदम है, जो काशी विश्वनाथ धाम की बढ़ती लोकप्रियता और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखकर उठाया गया है। अब जल्द ही वाराणसी में एक और नया, सुविधाजनक रास्ता खुलेगा, जो बाबा के भक्तों की यात्रा को और भी सुगम बनाएगा।

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