वाराणसी: पुलिस आयुक्त महोदय द्वारा अपराध और अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान “मिशन अस्मिता” के तहत सिगरा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। काशी जोन के पुलिस उपायुक्त, अपर पुलिस उपायुक्त, और चेतगंज के सहायक पुलिस आयुक्त के कुशल नेतृत्व में, सिगरा थाना पुलिस ने मारपीट और जबरन धर्म परिवर्तन कराने के लिए धमकाने के आरोप में एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला? – दिनांक 30 जुलाई 2025 को पीड़िता ने सिगरा थाने में लिखित शिकायत दी थी। शिकायत के अनुसार, पीड़िता सिगरा थाना क्षेत्र की निवासी है और पिछले लगभग 10 सालों से डॉ. नईम कादरी (शेख सलीम फाटक, राहत दवाखाना, नई सड़क) नाम के एक व्यक्ति के संपर्क में थी, जो एक बाबा भी है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि नईम कादरी उसके साथ लगातार गलत काम करता रहा है, उसे मारता-पीटता है और गाली देता है। वह हर दो-चार दिन पर ऐसा करता रहता था।
पीड़िता के मुताबिक, नईम कादरी उसे अपनी बेटी का निकाह कराने और बेटे का भी मुस्लिम धर्म में परिवर्तन करवाकर उसका भी निकाह कराने के लिए मजबूर करता था। 23 जुलाई 2025 को नईम कादरी पीड़िता के घर आया और उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। इसके बाद, 29 जुलाई 2025 को उसने पीड़िता के पति की दुकान पर जाकर धमकी दी कि “कल निकाह नहीं कराओगे तो तुमको 10 गोली मारूंगा” और उनके साथ भी मारपीट की। इस संबंध में सिगरा थाने में अभियोग (मु.अ.सं.-0270/2025) दर्ज किया गया था।
अभियुक्त ने कबूला जुर्म – पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर अभियुक्त मो. नईम खान (उम्र 55 वर्ष) पुत्र स्व. मो. समसुज्जमा (निवासी म.न. सी 2/133 ए हंकार टोला औरंगाबाद, थाना चेतगंज, जनपद वाराणसी) ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने बताया कि वह अक्सर ऊषा देवी (पीड़िता) के घर जाता था क्योंकि वह उसकी मुरीद है। नईम खान ने स्वीकार किया कि उसने उन सभी को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए कहा था और जब वे नहीं माने तो उनके साथ मारपीट भी की थी।
सिगरा पुलिस ने मो. नईम खान को 30 जुलाई 2025 को सिगरा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा इस गिरफ्तारी के संबंध में आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ़्तारी करने वाली पुलिस टीम में संजय कुमार मिश्र, प्रभारी निरीक्षक, थाना सिगरा, उ0नि0 रोहित तिवारी, चौ०प्र० नगर निगम, म0उ0नि0 प्रीती कुमारी, हे0का0 संजय चौधरी, हे0कां विनोद यादव, थाना सिगरा, वाराणसी शामिल रहे।
यह कार्रवाई दर्शाती है कि वाराणसी पुलिस अपराधों पर लगाम लगाने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।




