वाराणसी : रिश्तों की बुनियाद जब कमज़ोर पड़ने लगे, तो ऐसी ही हैरान कर देने वाली कहानियाँ सामने आती हैं। मिर्ज़ामुराद में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला ने इंस्टाग्राम पर कुछ दिनों की दोस्ती के बाद अपने पति और मासूम बच्ची को छोड़कर नए प्रेमी के साथ रहने का फैसला कर लिया। घरवाले और पुलिस लाख समझाते रहे, लेकिन महिला अपनी ज़िद पर अड़ी रही।
घटना शुक्रवार की है, जब मिर्ज़ामुराद थाना पर इस मामले के पक्षकार पहुँचे। पुलिस ने महिला को सामाजिक ताना-बाना, रिश्तों की अहमियत समझाते हुए काफी प्रयास किया, लेकिन महिला टस से मस नहीं हुई। उसकी ज़िद को देखते हुए आखिरकार पुलिस को मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान कराना पड़ा। महिला के इस फैसले के बाद उसके ससुराल वालों और मायके वालों ने भी उससे रिश्ता तोड़ लिया।
जानकारी के अनुसार, मीरजापुर जिले के चुनार थाना क्षेत्र की रहने वाली इस युवती की शादी लगभग साढ़े तीन साल पहले मिर्ज़ामुराद के कछवांरोड पुलिस चौकी अंतर्गत एक गाँव के युवक से हुई थी। महिला का पति गुजरात में काम करता है।
इंस्टाग्राम पर हुई दोस्ती, बदली ज़िंदगी
लगभग चार महीने पहले, महिला का संपर्क इंस्टाग्राम के ज़रिए चंदौली जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के एक गाँव के दूसरे समुदाय के एक युवक से हुआ। धीरे-धीरे दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत बढ़ने लगी और रिश्ता प्रगाढ़ होता चला गया। महज़ ढाई महीने में ही दोनों के बीच प्रेम इस कदर गहरा हो गया कि महिला अपनी मासूम बच्ची को ससुराल में छोड़कर प्रेमी संग मुंबई चली गई।
मुंबई से लौटने के बाद, दोनों चोलापुर में किराए का कमरा लेकर रहने लगे। महिला के ससुर ने अप्रैल माह में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को ढूँढकर थाने ले आई। थाने में महिला के ससुराल और मायके दोनों तरफ के परिजन जुटे, और सभी ने उसे समझाने की भरपूर कोशिश की।
लेकिन महिला किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थी और अपने प्रेमी के साथ ही रहने की ज़िद पर अड़ी रही। महिला की मासूम बेटी को ससुराल वाले अपने साथ ले गए। पुलिस ने प्रेमी को हिरासत में ले लिया है और प्रेमिका को कोर्ट भेज दिया गया है। यह घटना समाज में बदलते रिश्तों और सोशल मीडिया के प्रभाव पर कई सवाल खड़े करती है।




