वाराणसी : न्याय व्यवस्था पर आमजन का विश्वास बना रहे, इसी उम्मीद के साथ आज पीड़िता ममता ने अपने पिताजी के साथ वाराणसी कचहरी परिसर में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के वर्तमान सदस्य व पूर्व चेयरमैन हरिशंकर सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान ममता ने श्री सिंह को बुके देकर सम्मानित किया और उन्हें न्याय दिलाने के लिए दिल से आभार व्यक्त किया।
यह पूरा मामला कन्नौज जिले के एक अधिवक्ता रणधीर से जुड़ा हुआ है। रणधीर ने अपने चेंबर में बुलाकर ममता के साथ अभद्र और अशोभनीय हरकत की। जब ममता ने इसका विरोध किया और अपने पिता व भाई को इस बारे में बताया, तो अधिवक्ता रणधीर ने सारी हदें पार कर दीं। उन्होंने कचहरी परिसर में ही दिनदहाड़े ममता के साथ मारपीट की और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
इस अमानवीय कृत्य के बाद भी ममता ने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने साहस दिखाते हुए बार काउंसिल ऑफ यूपी में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को समझते हुए, अनुशासन समिति के चेयरमैन हरिशंकर सिंह ने बिना किसी पक्षपात के निष्पक्ष जांच करवाई। जांच में दोषी पाए गए अधिवक्ता के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसे दंडित किया गया।
आज ममता और उनके परिवार वालों ने इस न्यायसंगत निर्णय पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उन सभी पीड़ितों के लिए एक उम्मीद की किरण है, जो अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज उठाना चाहते हैं। साथ ही, उन्होंने बार काउंसिल और हरिशंकर सिंह के न्यायपूर्ण प्रयासों की जमकर सराहना की।
यह घटना न केवल कानून व्यवस्था की गरिमा को बनाए रखने का प्रमाण है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है कि न्याय भले ही थोड़ी देर से मिले, लेकिन वह अवश्य मिलता है।




