थाना प्रभारी आदमपुर सहित विपक्षी पर लगा गंभीर आरोप

पुलिस आयुक्त साहब, पीड़िता यदि मुस्लिम है तो क्या नहीं मिलेगा उसे न्याय
पीड़िता ने पुलिस आयुक्त से किया शिकायत, कार्रवाई का मिला आश्वासन
वाराणसी। एक ओर जहां प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से लेकर वाराणसी जनपद के पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल तक कानून व्यवस्था बनाये रखने व पीड़ितों के साथ मानवीय व्यवहार अपनाने को लेकर मातहतों को दिशा निर्देश देते रहते है तो वहीं जनपद के कुछ थाने ऐसे भी जहां पीड़ितों व फरियादियों को पुलिसकर्मियों के कोप का भाजन भी बनना पड़ जाता है। जिसके बाद फरियादी न्याय पाने की गरज से उच्चाधिकारियों के कार्यालयों के चौखट पर जाने को मजबूर हो जाता है।
ऐसा ही एक वाक्या जनपद के आदमपुर थाना क्षेत्र के विजयीपुरा कोनिया का प्रकाश में आया है, जहां पीड़िता के द्वारा थाना प्रभारी आदमपुर के साथ ही विपक्षियों पर कई गंभीर आरोप लगाये गये है। जिसके सम्बन्ध में पीड़िता ने न्याय पाने की गरज से पुलिस आयुक्त से लिखित शिकायत भी किया है, जहां पुलिस आयुक्त के द्वारा पीड़िता को न्याय दिलाने व कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।
वैसे तो हम पीड़िता के द्वारा लगाये गये आरोपों की पुष्टि तो नहीं करते, परन्तु पीड़िता ने जो लिखित शिकायत किया है, वह इस प्रकार है – पीड़िता शहाना बानो पत्नी जमील अहमद निवासी विजयीपुरा कोनिया थाना आदमपुर वाराणसी की निवासिनी है।
जिसने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि दिनांक 5 मई 2025 को रात्रि में मेरे घर मेरे पड़ोसी अजय गुप्ता, झन्नू गुप्ता, गोलू गुप्ता, किशन गुप्ता सहित कुछ अज्ञात लोग मेरे घर पर आये और भद्दी भद्दी गाली देते हुये मेरे घर के अन्दर घुस गये और मेरे साथ छेड़खानी करने लगे।
जब मेरी ननद आयी तो वह लोग उसका सर का दुपट्टा खींचकर जमीन पर गिरा दिया और मुझे मेरे प्राइवेट पार्ट पकड़ कर मुझे भी धकेल दिया। वहां जो लोग थे उनका द्वारा हम लोगों को जान से मारने की पूरी कोशिश की।
जब मै प्रार्थिनी थाना आदमपुर में अपनी लिखित शिकायत दी तो थाना आदमपुर इन्स्पेक्टर भी मेरे साथ बदतमीजी करने लगे और मेरा प्रार्थना पत्र फाड़कर फेंक दिये और यह कहते हुये भगा दिये कि तुम मुसलमानों की कोई शिकायत दर्ज नहीं किया जायेगा।
यह देश हिन्दुओं का है वह जो भी चाहे कर सकते है। उसके बाद मेरा विपक्षी आये दिन मेरे साथ छेड़खानी करता रहता है और कहता है कि तुम लोग पाकिस्तान भागो यहां तुम लोगों का कुछ नहीं है।


