वाराणसी: धर्म और आस्था की नगरी काशी में गोवर्धन पूजनोत्सव की तैयारियां पूरे जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। गोवर्धन पूजा समिति के तत्वावधान में इस बार न केवल श्रद्धा, बल्कि शौर्य और लोक कला का भी अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।

आज, दिनांक 15/10/25 को गोवर्धन पूजा समिति ने एक पत्रकार वार्ता आयोजित की, जिसमें समिति के अध्यक्ष विनोद यादव ‘गप्पू’ ने भव्य आयोजन की रूपरेखा साझा की। उन्होंने बताया कि 22 अक्टूबर 25 को दोपहर 12 बजे चेतगंज स्थित हथुआ मार्केट से विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी।

शोभायात्रा का आकर्षण शुभारंभ: मल्हनी विधायक लकी यादव द्वारा किया जाएगा। स्वागत की अनूठी परंपरा: शोभायात्रा में शामिल होने वाले गणमान्य व्यक्तियों का समिति द्वारा केशरिया पगड़ी बांधकर पारंपरिक स्वागत किया जाएगा।झांकियां जो रचेंगी इतिहास: इस बार शोभायात्रा में भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी मनमोहक झांकियों के साथ इतिहास के पन्नों से निकली वीर गाथाएं भी जीवंत होंगी। नई झांकियां: 10 घोड़ों पर पांच पांडवों के साथ अहीर समाज के लोकनायक – बचउ बीर, लहुराबीर, बीर लोरीक, बीर आल्हा और बीर ऊदल की झांकियां मुख्य आकर्षण होंगी। ट्रक टेलर पर खास प्रस्तुति: इसमें छत्तीसगढ़ की रासलीला, मथुरा का मयूर नृत्य, बनारस के विशालकाय हनुमान की प्रतिमा, बीर अहीरों के ‘रेजांगला युद्ध’ का शौर्य दृश्य, गोवर्धन लीला, लोरीक पत्थर और बचउ बीर का शेर से युद्ध देखने को मिलेगा। कला प्रदर्शन: शोभायात्रा में पुरातन लोक कला पटा-बनेठी का शानदार प्रदर्शन कतुआ पूरा एवं कबीर चौरा के यादव बंधु लाठियां भाजते हुए करेंगे, जो दर्शकों को रोमांचित करेगा।

पूरे रास्ते जलपान और स्वागत शोभायात्रा के मार्ग में भक्तों के लिए जगह-जगह स्वागत और जलपान की व्यवस्था की गई है। लहुराबीर पर बसन्त बहार की ओर से जलपान, पिपलानी कटरा पर जलपान एवं माल्यार्पण, कबीर चौरा पर खीर वितरण, लोहटिया पर जलपान, मैदागिन पर जलपान, विशेश्वरगंज पर स्वागत सम्मान, माछोदरी पर जलपान एवं स्वागत और मुकीमगंज पर जलपान एवं स्वागत की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, पूरे रास्ते तोरण द्वार और पुष्पवर्षा होती रहेगी, जो भक्तिमय वातावरण निर्मित करेगा।

गोवर्धन धाम पर होगा भव्य समापन शोभायात्रा सायं 5 बजे गोवर्धन धाम नमो घाट पर पहुंचकर एक भव्य सभा में परिवर्तित हो जाएगी। यहां पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा और 10 विशिष्ट विभूतियों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘गोवर्धन श्री सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा।

इनकी रहेगी विशेष उपस्थिति कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शिवपाल सिंह यादव और मुख्य वक्ता के रूप में माननीय गिरीश चंद्र यादव उपस्थित रहेंगे। साथ ही, दिल्ली विश्वविद्यालय के उपाध्यक्ष राहुल झांसला भी अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए समिति के प्रमुख पदाधिकारीगण अध्यक्ष विनोद यादव ‘गप्पू’, संयोजक कैलाश यादव, सह संयोजक श्रीप्रकाश यादव, महामंत्री जयप्रकाश यादव ‘पप्पू’, कोषाध्यक्ष सीताराम यादव, संपादक राजेश अहीर और उपाध्यक्षगण दिनेश यादव ‘पप्पू’, अजय यादव ‘अज्जू’, पारस यादव ‘पप्पू’, अशोक यादव, गोपाल यादव, विनय यादव, विनोद यादव तथा पूजा मंत्री भोला यादव सक्रिय रूप से तैयारियों में जुटे हुए हैं।

यह आयोजन काशी के धार्मिक और सांस्कृतिक कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा, जहां भक्ति, शौर्य और लोककला का त्रिवेणी संगम देखने को मिलेगा।

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