वाराणसी की दालमंडी में तेज़ हुआ प्रशासन का काम, कैम्प में उमड़े लोग; अधिकारी बोले- ‘यह परियोजना जनहित से जुड़ी है।’
वाराणसी: काशी की ऐतिहासिक दालमंडी की गलियां जल्द ही चौड़ी होने वाली हैं। सड़क चौड़ीकरण की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को गति देते हुए प्रशासन ने भवन स्वामियों के दस्तावेजों का सत्यापन शुरू कर दिया है। मंगलवार को लगाए गए शिविर में स्थानीय लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और अपने भवन संबंधी दस्तावेज़ जमा कराए।
प्रशासनिक टीम लगातार माइक के माध्यम से स्थानीय लोगों को सूचित कर रही है कि वे कैम्प कार्यालय पहुंचकर अपने स्वामित्व से जुड़े दस्तावेज़ जमा कराएं।

कितने लोगों ने जमा कराए दस्तावेज़? – पहुंचे लोग: मंगलवार को कैम्प कार्यालय में कुल 35 लोगों ने पहुंचकर अपनी जानकारी दर्ज कराई। दस्तावेज़ जमा: इनमें से 18 भवन स्वामियों ने अपनी रजिस्ट्री सहित भवन संबंधी कागज़ात प्रशासन को जमा किए।
इन दस्तावेजों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और भवन स्वामियों को प्रशासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप उचित मुआवज़ा दिया जाएगा।

अधिकारियों ने दिया आश्वासन – इस अभियान के दौरान एडीएम सिटी आलोक वर्मा, केके सिंह (पीडब्ल्यूडी), सदर तहसीलदार संत विजय सिंह समेत कई विभागीय अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
अधिकारियों ने दालमंडी के लोगों को आश्वस्त किया कि:
“यह परियोजना जनहित से जुड़ी हुई है। प्रभावित होने वाले सभी लोगों को नियमों के अनुसार और पारदर्शिता के साथ उचित मुआवज़ा उपलब्ध कराया जाएगा।”
दालमंडी में सड़क चौड़ीकरण से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि इस व्यस्त व्यापारिक क्षेत्र की दशकों पुरानी समस्या भी हल हो सकेगी। अब देखना यह है कि दस्तावेज़ सत्यापन के बाद मुआवज़ा वितरण की प्रक्रिया कितनी तेज़ी से आगे बढ़ती है।





