वाराणसी में अपराधों पर लगाम कसने के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है। इसी कड़ी में, दुर्गाकुण्ड क्षेत्र में हुई चोरी की घटना में शामिल दो वांछित चोरों को पकड़ने में लंका और भेलूपुर पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। यह गिरफ्तारी बीती रात लौटूबीर अंडरपास के पास हुई एक मुठभेड़ के बाद हुई, जिसमें एक चोर घायल हो गया।
दरअसल, वाराणसी पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर, काशी जोन के पुलिस उपायुक्त और अपर पुलिस उपायुक्त के मार्गदर्शन में, लंका और भेलूपुर थाने की पुलिस टीमें लगातार चोरी और लूट की घटनाओं को रोकने के लिए “ऑपरेशन चक्रव्यूह” अभियान चला रही हैं। इसी अभियान के तहत, 30 जुलाई 2025 को सर्विलांस सेल और मुखबिर से मिली गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने दुर्गाकुण्ड क्षेत्र में चोरी करने वाले दो वांछित चोरों को लौटूबीर पुलिया के पास घेर लिया।
चोरों ने पुलिस को देखते ही जान से मारने की नियत से गोली चला दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें सचिन रावत (उम्र 26 वर्ष, गढ़वाघाट मलहिया, लंका) नाम के एक चोर के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसके पास से एक तमंचा 315 बोर, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस बरामद हुआ। पुलिस ने दूसरे चोर समीर सोनकर (उम्र 19 वर्ष, भगवानपुर, लंका) को भी मौके से धर दबोचा। उसके पास से दो लोहे के नुकीले रम्मे और 1000 रुपये नकद बरामद हुए हैं। घायल चोर सचिन रावत को तुरंत इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
आपको बता दें कि भेलूपुर के दुर्गाकुण्ड क्षेत्र में 29-30 जुलाई 2025 को हुई चोरी के एक मामले में ये दोनों चोर वांछित चल रहे थे। इस मामले में पुलिस ने पहले ही 11 जुलाई 2025 को 5 अन्य आरोपियों और एक बाल अपचारी को गिरफ्तार कर 7.5 लाख रुपये का चोरी का सामान और 6.5 लाख रुपये नकद बरामद किए थे। अब इन दो वांछित चोरों की गिरफ्तारी के बाद, इस चोरी के मामले से जुड़े सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं।
गिरफ्तार हुए दोनों चोरों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। सचिन रावत पर चोरी, मारपीट, धमकी और आर्म्स एक्ट सहित 14 से अधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, समीर सोनकर पर चोरी, मारपीट, धमकी और अन्य धाराओं में 8 से अधिक मामले दर्ज हैं। यह दिखाता है कि ये दोनों पेशेवर अपराधी थे।
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में थाना लंका से प्रभारी निरीक्षक राजकुमार, उपनिरीक्षक नवीन चतुर्वेदी, कांस्टेबल मुकेश यादव, अंकित यादव और सर्विलांस सेल से अश्वनी सिंह शामिल थे। जबकि थाना भेलूपुर से प्रभारी निरीक्षक सुधीर त्रिपाठी, उपनिरीक्षक पार्थ तिवारी, विकास मिश्रा, शैलेन्द्र सिंह, हिमांशु मिश्रा, आयुष पाण्डेय, लवकुश यादव, विनय कुमार यादव, कांस्टेबल सूरज भारती, सुमित शाही और विष्णु प्रताप सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वाराणसी पुलिस आयुक्त ने अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे इस अभियान और इस सफल गिरफ्तारी पर पुलिस टीम की सराहना की है। यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ पुलिस के सख्त रुख को दर्शाती है और जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करती है।
क्या आप चाहते हैं कि हम वाराणसी में अपराध से जुड़ी ऐसी और खबरें आपके लिए लाते रहें? अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में बताएं।





