सांप और नेवला… ये दो नाम सुनते ही हमारे दिमाग में एक भयंकर लड़ाई का मंजर घूमने लगता है। सोशल मीडिया पर भी आपने अक्सर इनके खूनी मुकाबले के वीडियो देखे होंगे, जहां दोनों एक-दूसरे को देखते ही आग-बबूला हो जाते हैं। कभी सांप भारी पड़ता है, तो कभी नेवला बाजी मार ले जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नेवला, जो कोबरा जैसे ज़हरीले सांपों को भी धूल चटा देता है, ऐसा कर कैसे पाता है? और आखिर क्यों है इन दोनों के बीच इतनी गहरी दुश्मनी? आइए आज हम इसी रहस्य से पर्दा उठाते हैं।

दुश्मनी की असली वजह क्या है?

बहुत से लोग मानते हैं कि सांप और नेवले के बीच की दुश्मनी ‘प्राकृतिक’ है, यानी दोनों एक-दूसरे को बस अपनी जान बचाने के लिए मारना चाहते हैं। लेकिन कहानी इतनी सीधी नहीं है। इस दुश्मनी की जड़ें नेवले के बच्चों से जुड़ी हैं। जी हां, सांपों को नेवले के बच्चे खाने में बड़े पसंद होते हैं, और वे अक्सर उनका शिकार कर लेते हैं। बस इसी वजह से, नेवला अपने बच्चों की रक्षा के लिए सांप को देखते ही उस पर टूट पड़ता है। यह अपने परिवार को बचाने का एक ऐसा जज़्बा है, जो नेवले को इतना निडर बना देता है।

नेवले की जीत का राज: फुर्ती और खास तकनीक!

आपने गौर किया होगा कि जब भी सांप और नेवले की लड़ाई होती है, सांप अक्सर भागने की कोशिश करता है। लेकिन नेवला उसे आसानी से छोड़ता नहीं। तो आखिर क्यों होती है ज्यादातर लड़ाइयों में नेवले की ही जीत?

एक आम गलतफहमी है कि भारतीय भूरे नेवले पर सांप के ज़हर का कोई असर नहीं होता। पर ये पूरी तरह सच नहीं है! अगर कोई सांप नेवले को काट ले, तो उस पर ज़हर का असर कुछ समय बाद ज़रूर होता है। दरअसल, नेवले के शरीर में एक खास एसिट्लोक्लिन रिफ्लेक्स होता है, जो सांप के ज़हर में मौजूद न्यूरोटॉक्सिन से उसे बचाता है। यह उसे तुरंत बेअसर होने से रोकता है।

लेकिन नेवले की सबसे बड़ी ताकत उसकी फुर्ती और चालाकी है। वह सांप से कहीं ज़्यादा तेज़ और फुर्तीला होता है। कोबरा जैसे खतरनाक सांप से बचने के लिए नेवला लगातार तेज़ गति से छलांग लगाता रहता है और खुद को वार से बचाता है। और जब मौका मिलता है, तो वह सीधा सांप के सिर को दबोच लेता है, जिससे सांप कुछ भी नहीं कर पाता और बेबस हो जाता है।

नेवला की यही फुर्ती और लड़ने की खास तकनीक उसे सांप पर भारी पड़ने में मदद करती है। भले ही ज़हरीले सांप जैसे कोबरा या करैत के काटने से नेवले की कुछ समय बाद मौत हो सकती है, लेकिन अपनी तेज़ी और सटीक वार से वह अक्सर सांप को पहले ही ढेर कर देता है।

तो अगली बार जब आप सांप और नेवले की लड़ाई देखें, तो याद रखिएगा कि यह सिर्फ एक प्राकृतिक दुश्मनी नहीं, बल्कि अपने बच्चों की रक्षा और कमाल की फुर्ती का नतीजा है, जो नेवले को लगभग हर बार जीत दिलाता है!

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